जोधपुर : उम्मेद अस्पताल में दुष्कर्म पीड़िता मासूम के इलाज की जानकारी लेने के लिए मंगलवार को हाईकोर्ट के न्यायाधीश मनोज गर्ग खुद अस्पताल पहुंचे. उन्होंने अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर अफजल हकीम के साथ पीड़िता का हालचाल जाना और परिजनों से बात की. न्यायाधीश ने पीड़िता कि इलाज से संतुष्टि जताई है. साथ ही आगे के उपचार के लिए निर्देश दिए. मौके पर ही समाजिक कार्यकर्ता की ओर से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयाता दिलवाई गई.
राजस्थान उच्च न्यायालय किशोर न्याय समिति के वरिष्ठ सलाहकार राकेश कुमार चौधरी ने बताया कि बाल कल्याण समिति के आदेश पर जिला बाल संरक्षण इकाई ने पीड़ित बालिका के परिजनों को अंतरिम राहत राशि स्वीकृत की है. इधर शहर के विभिन्न महिला संगठनों ने प्रशासन को ज्ञापन देकर आरोपी को फांसी देने की मांग करते हुए रैली निकाली. मामले की जांच में पुलिस जुटी हुई है. पीड़िता को सबसे पहले देखने वाली महिला के न्यायालय में मंगलवार को बयान करवाए गए हैं. इसके अलावा पुलिस ने पीड़िता के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्त औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं, जिन्हे कोर्ट में पेश करना है. पुलिस इस मामले में अब चालान पेश करने की तैयारी में है.
हेलमेट पहन कर लेकर गया था पीड़िता को आरोपी : आरोपी हरीश दास सिंधी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है. आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि शनिवार रात जब वह पीड़िता को मंदिर के सामने से उठाने गया, तो उसने अपने सिर पर हेलमेट लगा रखा था, जिससे कि उसे कोई पहचान ना सके. उसने हेलमेट बाद में हटा दिया था. आरोपी ने मासूम के साथ दो बार दुष्कर्म किया.
संगठनों ने दिया ज्ञापन, फांसी की मांग : मासूम बच्ची के साथ हुई अमानवीय घटना के विरोध में मां दुर्गा वाहिनी और विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आरोपी को सख्त से सख्त कार्रवाई करने एवं फांसी की सजा देने को लेकर आज कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। विभिन्न संगठनों ने इस घटना के विरोध में रैली निकालकर प्रदर्शन भी किया। महिलाओं ने कहा कि इस पर कार्यवाही कड़ी नही हुई तो बड़ा आंदोलन होगा.