रांची: लोकसभा चुनाव 2024 को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने के लिए मुख्यालय के निर्देश पर राज्य के सभी जिलों की पुलिस अपना होमवर्क पूरा करने में जुटी है. इस मामले में राजधानी की पुलिस भी पीछे नहीं है. रांची के सीनियर एसपी चंदन सिन्हा और प्रभारी ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल अपने हाथों में एके 47 लेकर नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात अपने जवानों का हौसला बढ़ा रहे हैं और आम मतदाताओं को भी वोट डालने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में संभाल रखा है एसएसपी ने मोर्चा
रांची के सुदूरवर्ती नक्सल प्रभावित इलाकों में हर दिन धूल उड़ाता सुरक्षा बलों का काफिला नजर आता है. दरअसल, आम लोग सुरक्षित और भयमुक्त होकर मतदान कर सकें, इसके लिए रांची पुलिस कप्तान चंदन सिन्हा और ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल एक प्लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं.
यही कारण है कि कभी एसएसपी कुख्यात नक्सली कमांडर कुंदन पाहन के गांव पहुंच जाते हैं, तो कभी महाराज प्रमाणिक के गांव, तो कभी पीएलएफआई सुप्रीमो के प्रभाव वाले लापुंग और बेड़ो में, पुलिस अधिकारी हाथों में एके 47 राइफल लेकर लगातार इन क्षेत्रों का भ्रमण कर रहे हैं. इसके पीछे एकमात्र कारण आम ग्रामीणों के बीच यह संदेश देना है कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए हर जगह और हर पल मौजूद है, ताकि वे निर्भय होकर मतदान करें.
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि राजधानी में अब नक्सल प्रभावित इलाके नहीं के बराबर हैं. लेकिन कुछ जगहों पर उग्रवादियों के टूटे हुए गुटों का प्रभाव जरूर है लेकिन वे किसी भी तरह से चुनाव को प्रभावित नहीं कर पाएंगे, उनके खिलाफ जोरदार अभियान चलाया जा रहा है. लापुंग, बेड़ो, बुढ़मू और चान्हो जैसे इलाकों में सक्रिय कुछ उग्रवादियों को हाल ही में गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया है.
ग्रामीणों से किया जा रहा संवाद
रांची पुलिस हर दिन किसी सुदूर ग्रामीण इलाके को चिन्हित कर वहां का दौरा कर रही है. इस दौरान उन इलाकों में सुरक्षा में तैनात जवानों का उत्साह और मनोबल बढ़ाया जा रहा है, साथ ही ग्रामीणों से संवाद कर उन्हें वोट डालने के लिए किसी भी तरह का भय या प्रलोभन तो नहीं दिया जा रहा है. इसका भी पता लगाया जा रहा है.
जवानों के ऑपरेशन में शामिल हो रहे एसपी
रांची के सीनियर एसपी चंदन सिन्हा खुद हाथों में एके-47 राइफल लेकर फील्ड में तैनात जवानों के साथ ऑपरेशन में शामिल हो रहे हैं. फिलहाल रांची के ग्रामीण इलाकों में छिटपुट गुटों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. ये ऐसे समूह हैं जो उग्रवादी संगठन से अलग हो गए हैं और आगनजी जैसी हिंसा को अंजाम देकर लेवी (रंगदारी) वसूलते हैं. जवानों में उत्साह बनाए रखने के लिए सीनियर एसपी और ग्रामीण एसपी दोनों खुद एके-47 के साथ अभियान में हिस्सा ले रहे हैं.
बच्चों के जरिए माता-पिता से की जा रही वोटिंग की अपील
राजधानी के सुदूर ग्रामीण इलाकों के कई स्कूलों में मतदान केंद्र बनाये गये हैं. वोट डालने के लिए मतदान केंद्रों पर हर तरह की व्यवस्था की जा रही है. अधिक से अधिक वोट डलवाने के लिए डीसी और एसएसपी लगातार वहां का दौरा कर रहे हैं. बुधवार को रांची के लाखो इलाके के कई स्कूलों में डीसी और एसएसपी खुद पहुंचे और मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया.
इस दौरान वहां कई बच्चे मिले जिनसे एसएसपी ने पढ़ाई को लेकर कई सवाल पूछे, जिसका बच्चों ने सही जवाब दिया. इसके बाद एसएससी की ओर से बच्चों को पुरस्कार के रूप में चॉकलेट दी गई, वहीं एसएसपी ने बच्चों से यह भी आग्रह किया कि वे अपने माता-पिता को बताएं कि वे मतदान अवश्य करें, वे निर्भय होकर मतदान करें, पुलिस उनके साथ है. बच्चे अपने अभिभावकों को भी मतदान के लिए प्रेरित करें.
यह भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव को लेकर कमर कस लें थानेदार, अपराधियों का डाटाबेस तैयार करने का निर्देश
यह भी पढ़ें: विवादों में आए पुलिस वालों पर कार्रवाई की तैयारी में विभाग, रांची एसएसपी ने कड़े शब्दों में आचरण को लेकर दी चेतावनी