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आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन पर अब रामपुर प्रशासन का कब्जा, शत्रु संपत्ति पर लगाए पिलर - Azam Khan Jauhar University

आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी में कितनी शत्रु संपत्ति है, उसके आकलन के लिए टीम पहुंची थी. उनके पास बाकायदा सरकारी नक्शे थे और उसके मुताबिक वह जगह को चिह्नित कर रहे थे.

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आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 25, 2024, 4:39 PM IST

रामपुर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट मौलाना मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति से जुड़े मामले पर प्रशासन ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की.

शत्रु संपत्ति को चिह्नित करने के लिए शत्रु संपत्ति विभाग के पर्यवेक्षक और नायब तहसीलदार राजस्व की टीम लेकर जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचे. वहां पर शत्रु संपत्ति कहां-कहां है, उन सभी जगह को चिह्नित कर उस पर पिलर लगाए और आजम खान के कब्जे से मुक्त कराया. इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे.

जौहर यूनिवर्सिटी पर हुई कार्रवाई के बारे में बताते जिलाधिकारी रामपुर जोगिंदर सिंह. (Video Credit; ETV Bharat)

शत्रु संपत्ति और रामपुर के राजस्व विभाग की टीम जैसे ही अंदर गई यूनिवर्सिटी का मुख्य द्वार बन्द कर दिया गया. किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं थी.

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के शहर विधायक आकाश सक्सेना ने शत्रु संपत्ति कब्जाने को लेकर मामला दर्ज कराया था. आकाश सक्सेना का आरोप था कि आजम खान ने शत्रु संपत्ति को अपनी जौहर यूनिवर्सिटी में मिलाया है. इस सिलसिले में राजस्व विभाग की टीम ने जांच शुरू की.

आजम खान ने साल 2006 में आलियागंज गांव में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी, जिसमें करीब 13 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति को भी यूनिवर्सिटी कैंपस में शामिल कर लिया था. साल 2017 के बाद इस संपत्ति पर योगी सरकार ने संज्ञान लिया.

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जौहर यूनिवर्सिटी में नक्शा देखकर जमीन चिह्नित करते अधिकारी. (Photo Credit; ETV Bharat)

इसके बाद आजम खान पर हेरा फेरी व अवैध तरीके से जमीन को हथियाने के मामले में अजीम नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था. आज शत्रु संपत्ति विभाग के पर्यवेक्षक और नायब तहसीलदार अपनी राजस्व विभाग की पूरी टीम और थाना अजीम नगर पुलिस फोर्स की मौजूदगी में शत्रु संपत्ति को चिह्नित कर पिलर लगाने की कार्रवाई की और उसे कब्जामुक्त कराया.

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जौहर यूनिवर्सिटी में चिह्नित जमीन की नपाई करवाते अधिकारी. (Photo Credit; ETV Bharat)

जिलाधिकारी रामपुर जोगिंदर सिंह ने बताया कि यह ग्राम पंचायत सिगनखेड़ा है जहां जौहर यूनिवर्सिटी बनी हुई है. यह लगभग 1008 हेक्टेयर है. उसी में लगभग 13.8 हेक्टर जो शत्रु संपत्ति घोषित हुई थी. 9 अप्रैल 2024 को हाईकोर्ट आदेश हुआ था उसी को लेकर आज ये कार्रवाई की गई है. गृह मंत्रालय का जो विभाग है भारतीय शत्रु अभिरक्षक संपत्ति विभाग उसी को ही स्थानांतरित यह जमीन की जा रही है. उसी के तहत आज लगभग यह 45 गाटा हैं जिस पर पिलर लगाने का काम चल रहा है. इसमें 13 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति है और 6 हेक्टेयर गवर्नमेंट लैंड हैं.

ये भी पढ़ेंः डूंगरपुर प्रकरण में सुनवाई पूरी; आजम खान सहित 7 आरोपियों को 31 को सजा सुना सकती है कोर्ट

रामपुर: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट मौलाना मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति से जुड़े मामले पर प्रशासन ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की.

शत्रु संपत्ति को चिह्नित करने के लिए शत्रु संपत्ति विभाग के पर्यवेक्षक और नायब तहसीलदार राजस्व की टीम लेकर जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचे. वहां पर शत्रु संपत्ति कहां-कहां है, उन सभी जगह को चिह्नित कर उस पर पिलर लगाए और आजम खान के कब्जे से मुक्त कराया. इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे.

जौहर यूनिवर्सिटी पर हुई कार्रवाई के बारे में बताते जिलाधिकारी रामपुर जोगिंदर सिंह. (Video Credit; ETV Bharat)

शत्रु संपत्ति और रामपुर के राजस्व विभाग की टीम जैसे ही अंदर गई यूनिवर्सिटी का मुख्य द्वार बन्द कर दिया गया. किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं थी.

बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के शहर विधायक आकाश सक्सेना ने शत्रु संपत्ति कब्जाने को लेकर मामला दर्ज कराया था. आकाश सक्सेना का आरोप था कि आजम खान ने शत्रु संपत्ति को अपनी जौहर यूनिवर्सिटी में मिलाया है. इस सिलसिले में राजस्व विभाग की टीम ने जांच शुरू की.

आजम खान ने साल 2006 में आलियागंज गांव में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी की स्थापना की थी, जिसमें करीब 13 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति को भी यूनिवर्सिटी कैंपस में शामिल कर लिया था. साल 2017 के बाद इस संपत्ति पर योगी सरकार ने संज्ञान लिया.

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जौहर यूनिवर्सिटी में नक्शा देखकर जमीन चिह्नित करते अधिकारी. (Photo Credit; ETV Bharat)

इसके बाद आजम खान पर हेरा फेरी व अवैध तरीके से जमीन को हथियाने के मामले में अजीम नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था. आज शत्रु संपत्ति विभाग के पर्यवेक्षक और नायब तहसीलदार अपनी राजस्व विभाग की पूरी टीम और थाना अजीम नगर पुलिस फोर्स की मौजूदगी में शत्रु संपत्ति को चिह्नित कर पिलर लगाने की कार्रवाई की और उसे कब्जामुक्त कराया.

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जौहर यूनिवर्सिटी में चिह्नित जमीन की नपाई करवाते अधिकारी. (Photo Credit; ETV Bharat)

जिलाधिकारी रामपुर जोगिंदर सिंह ने बताया कि यह ग्राम पंचायत सिगनखेड़ा है जहां जौहर यूनिवर्सिटी बनी हुई है. यह लगभग 1008 हेक्टेयर है. उसी में लगभग 13.8 हेक्टर जो शत्रु संपत्ति घोषित हुई थी. 9 अप्रैल 2024 को हाईकोर्ट आदेश हुआ था उसी को लेकर आज ये कार्रवाई की गई है. गृह मंत्रालय का जो विभाग है भारतीय शत्रु अभिरक्षक संपत्ति विभाग उसी को ही स्थानांतरित यह जमीन की जा रही है. उसी के तहत आज लगभग यह 45 गाटा हैं जिस पर पिलर लगाने का काम चल रहा है. इसमें 13 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति है और 6 हेक्टेयर गवर्नमेंट लैंड हैं.

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