राखी खरीदने के लिए पैसे नहीं, यहां से लीजिए मुफ्त राखी - Raksha Bandhan 2024 - RAKSHA BANDHAN 2024
Raksha Bandhan 2024, Free Rakhi, Rakhi Special रक्षाबंधन के त्योहार पर किसी भी भाई की कलाई सूनी ना रहे इस संदेश के साथ मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के कांग्रेस नेता मुफ्त राखियां बांट रहे हैं.


By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Aug 19, 2024, 7:55 AM IST
|Updated : Aug 19, 2024, 8:42 AM IST
मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: रक्षाबंधन एक ऐसा त्योहार है जिसमें बहनें अपने भाइयों को राखी बांधकर अपनी रक्षा के लिए वचन लेती है. लेकिन इस समय में कई ऐसी बहनें भी है जो अपने भाइयों के लिए मनपसंद की राखी खरीद नहीं पाती. ऐसी बहनों के लिए मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में फ्री राखी बांटने का कार्यक्रम आयोजित किया गया. रविवार को वार्ड क्रमांक 35 के पार्षद प्रेमशंकर सोनी ने बहनों को नि: शुल्क राखी बांटी.

वार्ड 35 की कई महिलाएं पहुंची फ्री राखी लेने: राखी लेने आई स्नेहा ने बताया "प्रेम शंकर भैया चार-पांच साल से लगातार निशुल्क राखी बांट रहे हैं. महंगाई काफी बढ़ गई है जिससे हम राखी खरीद नहीं पाते हैं. यहां सभी बहनों को अपनी मनपसंद राखी मिल रही है."
निशुल्क राखी लेने पहुंची मंजू ने बताया "राखी लेने आए हैं. अपने आसपास के लोगों को भी बताया है. पार्षद बहुत अच्छा काम हो रहा है. महंगाई के कारण राखी का रेट बहुत बढ़ गया है. इस वजह से फ्री राखी ले रहे हैं."
पार्षद बांटते हैं फ्री राखी: वार्ड क्रमांक 35 के कांग्रेस पार्षद प्रेम शंकर सोनी ने कहा- "रक्षाबंधन पर कई बहनें महंगाई के कारण राखी नई खरीद पाती है. त्योहार पर बहनों के चेहरे पर खुशी देने के लिए हर साल फ्री राखी बांधते हैं. जब से पार्षद बने हैं तब से राखी बांट रहे हैं. राखी बांटने के बाद यदि कमी आती है तो दुकान से खरीदकर फिर से राखी बांटी जाती है. लगभग 400 बहनें राखी लेनी पहुंची थी."