नारायणपुर: नारायणपुर में दो नक्सलियों ने सरेंडर किया है. दोनों नक्सलियों पर कुल 10 लाख रुपये का इनाम था. नारायणपुर पुलिस के अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है. सरेंडर करने वाले माओवादियों में एक महिला माओवादी और एक पुरुष माओवादी शामिल है.
नारायणपुर पुलिस और बीएसएफ टीम के सामने सरेंडर: दोनों नक्सलियों ने नारायणपुर पुलिस और बीएसएफ टीम के सामने सरेंडर किया है. आत्मसर्पण करने वाले नक्सलियों ने बताया कि वे माओवादियों की खोखली विचारधारा और अमानवीय गतिविधियों से तंग आ गए थे. जिसकी वजह से उन्होंने सरेंडर करने का फैसला किया. इसके अलावा सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने कहा कि अबूझमाड़ में विकास के कार्यों ने उन्हें प्रभावित किया है. इसलिए उन्होंने खून खराबे का रास्ता छोड़ने का फैसला किया.
सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कौन कौन शामिल?: आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में सुदेन कोरम उर्फ जानकू शामिल है. इसके अलावा सरिता पोतावी उर्फ सरिता ने भी सरेंडर किया है. ये नक्सली महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ (एमएमसी) के माओवादी क्षेत्र में सक्रिय थे. इन क्षेत्रों में बालाघाट (मध्य प्रदेश), गोंदिया (महाराष्ट्र), राजनांदगांव, मुंगेली और कबीरधाम जिले (छत्तीसगढ़) शामिल हैं. सरेंडर करने वाले दोनों माओवादियों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
सरेंडर करने वाले नक्सलियों को मिली प्रोत्साहन राशि: सरेंडर करने वाले नक्सलियों को प्रोत्साहन राशि दी गई है. इन्हें प्रोत्साहन के तौर पर 25-25 हजार रुपये दिए गए हैं. इन नक्सलियों का पुनर्वास कार्य किया जाएगा. बीते साल बस्तर में कुल 792 नक्सलियों ने सरेंडर किया था. इस तरह सुरक्षा बलों के ऑपरेशन से नक्सलियों की कमर टूट गई है. एक तरफ नक्सल ऑपरेशन में माओवादियों का काम तमाम हो रहा है. दूसरी तरफ नक्सल कैडर के सदस्य अब लगातार सरेंडर कर रहे हैं. बीते 29 जनवरी को 29 नक्सलियों ने नारायणपुर में सरेंडर किया था.