जयपुर: राजस्थान में सात सीटों पर उपचुनाव के रण में भी 'बंटोगे तो कटोगे' नारे की एंट्री के बीच कांग्रेस ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है. टोंक जिले की देवली-उनियारा सीट पर शनिवार को एक चुनावी सभा में भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के दिए बयान पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आपत्ति जताई है. उन्होंने इसे लेकर चुनाव आयोग से भी कार्रवाई की मांग की है.
राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने रविवार को बयान जारी कर भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के 'बंटेंगे तो कटेंगे ' के नारे को घृणास्पद बताया है और चुनावी सभाओं में ऐसे नारों के प्रयोग पर कड़ी आपत्ति दर्ज करवाते हुए चुनाव आयोग से संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
भाजपा बांटने का काम करती हैं, केवल कांग्रेस ने इस देश को एक रखने के लिए बलिदान दिए हैं !@INCRajasthan pic.twitter.com/MaQBVHPEbq
— Tika Ram Jully (@TikaRamJullyINC) November 10, 2024
हार के डर से भाजपा नेता विचलित : जूली ने कहा कि देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की चुनावी सभा में भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने 'बटेंगे तो कटेंगे' शब्द का इस्तेमाल कर चुनाव में घृणा, भय और अराजकता उत्पन्न करने की कोशिश की है. जूली ने कहा कि भाजपा प्रदेश में सातों सीटों पर उपचुनाव हारने जा रही है. इससे भाजपा विचलित हो गई है. भाजपा नेता प्रदेश में घृणा और भय उत्पन्न करने पर उतर आए हैं.
मतदाताओं को डराने, गुमराह करने का प्रयास : वे बोले- मतदाताओं को भयभीत और गुमराह करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि जनता के बीच घृणा और भय फैलाने वाले ऐसे आपत्तिजनक कथन के इस्तेमाल पर चुनाव आयोग को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए था. टोंक जिला प्रशासन को ऐसे भड़काऊ भाषण पर सतीश पूनिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना चाहिए था. प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है.
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भाजपा के पास विकास का विजन नहीं : जूली ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव विचारधारा के आधार पर और विकास के मुद्दे पर लड़े जाते हैं, लेकिन भाजपा सिर्फ घृणा और भय उत्पन्न कर, समाज को बांटने की राजनीति करना जानती है. भाजपा के पास विकास का कोई विजन नहीं है. जूली ने कहा कि प्रदेश की जनता जागरूक है. वह भाजपा की घृणास्पद राजनीति के झांसे में नहीं आएगी, लेकिन ऐसे घृणास्पद नारे लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ है इसलिए चुनाव आयोग संज्ञान लेकर कार्रवाई करे.