हरिद्वार: उत्तराखंड में फायर सीजन शुरू होने जा रहा है. जिसे लेकर वन विभाग और राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन ने अभी से कमर कस ली है. जहां जंगलों को आग से बचाने के लिए फायर कंट्रोल बर्निंग का काम किया जा रहा है. कंट्रोल बर्निंग के तहत पत्तों को जलाकर आग के फैलने की संभावना को कम किया जा रहा है. लिहाजा, इनदिनों मनसा देवी मंदिर की पहाड़ियों के आसपास और अन्य वनाग्नि संभावित क्षेत्रों में कंट्रोल बर्निंग की जा रही है.
राजाजी नेशनल पार्क के वाइल्ड लाइफ वार्डन रविंद्र पुंडीर ने बताया कि फायर कंट्रोल बर्निंग से गर्मियों के सीजन में आग लगने की संभावना कम हो जाती है. जितना फ्यूल जंगल से कम किया जाएगा. उतना ही आग के फैलने की घटना कम होती है. लिहाजा, संवेदनशील स्थानों से फायर लाइन पट्टियां बनाकर सफाई कर दी गई है. आग की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए जंगल से सटे इलाकों में बसने वाले लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि फायर कंट्रोल में स्थानीय लोगों की मदद भी ली जा रही है. ताकि, किसी भी परिस्थिति की मैन पावर की कमी न हो और किसी भी समस्या का मौके पर ही निवारण कर सकें. वाइल्ड लाइफ वार्डन रविंद्र पुंडीर ने बताया कि उनकी ओर से सभी गांवों में एक विशेष टीम भी बनाई गई है. जिन्हें वन विभाग की ओर से ट्रेनिंग दी जा रही है. उन्हें एक किट भी मुहैया कराई जा रही है. इसके अलावा एक विशेष टीम गर्मियों के सीजन में जंगलों में गश्त करेगी.
वाइल्ड लाइफ वार्डन रविंद्र पुंडीर ने बताया कि साल 2021 में राजाजी क्षेत्र में वनाग्नि की काफी घटनाएं हुई थी. जिसे देखते हुए इस बार पहले से ही साल 2022 की तर्ज पर काम करना शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यदि कोई भी शरारती तत्व जंगल में आग लगाते पाया जाता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई भी की जाएगी.
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