रायसेन : विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सांची के चैत्यगिरी विहार मंदिर में दो दिवसीय महाबोधि महोत्सव का शुभारंभ शनिवार को हुआ. भगवान गौतम बुद्ध के परम शिष्य महामोदग्लायन और सारिपुत्र की पवित्र अस्थियों की पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ. अस्थि कलश की पूजा-अर्चना में पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल शामिल हुए. इस मौके पर उनके साथ बौद्ध सोसाइटी के चीफ विमल नायक उपतिस थेरोनायक भी मौजूद रहे.
भगवान गौतम बुद्ध की शोभायात्रा निकाली
शनिवार सुबह 8 बजे रायसेन जिला प्रशासन और महाबोधि सोसायटी के पदाधिकारियों की उपस्थिति में मंदिर के तलघर से पवित्र अस्थि कलश को कड़ी सुरक्षा के बीच निकाला गया. इसके बाद कलश की विधिवत पूजा-अर्चना की गई. कलश को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा गया. वियतनाम के दल द्वारा भगवान गौतम बुद्ध की शोभायात्रा निकाली गई. यह यात्रा सांची रेलवे स्टेशन के पास स्थित महाबोधि सोसाइटी से शुरू होकर चैत्यगिरी विहार मंदिर तक पहुंची.
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वियतनाम, श्रीलंका, थाईलैंड सहित कई देशों के अनुयायी पहुंचे
महाबोधि महोत्सव में देश-विदेश से बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए. वियतनाम, श्रीलंका, जापान, थाईलैंड, सिंगापुर सहित कई और देशों से बौद्ध धर्म के अनुयायी यहां पहुंचे हैं. इस दौरान चैत्यगिरी विहार मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया. कार्यक्रम के दौरान उपस्थित विद्वानों ने भगवान बुद्ध के शांति और अहिंसा के संदेश को आत्मसात करने की प्रेरणा दी. शनिवार शाम शाम 6:30 बजे केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू भी कार्यक्रम में शामिल होंगे. बता दें कि कार्यक्रम स्थल पर 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. जिला प्रशासन भी कार्यक्रम में पूरा सहयोग कर रहा है.