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सागर का अनोखा राधा-कृष्ण मंदिर, यहां सिर्फ महिलाएं लगाती हैं अर्जी, लिखती हैं 'आपकी गोपी' - Sagar Radha Krishna Temple

देशभर में बुधवार को राधाअष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है. इसी तरह सागर जिले में राधा और कृष्ण का अदुभुत मंदिर है. इस मंदिर की बनावट के साथ मनोकामना की भी अनोखी खासियत है. इस मंदिर में सिर्फ महिलाओं की मनोकामना पूरी होती है, वो भी बड़े ही अलग ढंग से.

SAGAR RADHA KRISHNA TEMPLE
सागर के कृष्ण मंदिर में महिलाओं की अर्जी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 11, 2024, 3:29 PM IST

Radha Ashtami 2024: कन्हैया और गोपियों के अनोखे रिश्ते से जुड़ी कई कहानियां सुनने मिलती हैं. कन्हैया और गोपियों का अद्भुत प्रेम अपने आप में निराला था. इसी प्रेम को दर्शाता हुआ ऐतिहासिक मंदिर शहर में स्थित है. शहर की पहचान कहा जाने वाले लाखा बंजारा झील के गणेश घाट पर श्री राधा कृष्ण का मंदिर है. मंदिर की खासियत ये है कि कन्हैया सिर्फ गोपियों की मनोकामना सुनते हैं और पूरी करते हैं. यहां सिर्फ महिलाएं ही भगवान कृष्ण से अर्जी लगा सकती हैं. अर्जी लगाने का तरीका भी जरा हटके है.

सागर का अनोखा राधा कृष्ण मंदिर (ETV Bharat)

महिलाओं को गोपी बन कन्हैया को चिट्ठी लिखनी होती है. जिसमें वो अपनी मनोकामना लिखती हैं और नीचे आपकी गोपी लिखना होता है. ये चिट्ठी कन्हैया के हाथ में पकड़ा दी जाती है और अगर चिट्ठी गिर जाती है, तो माना जाता है कि कन्हैया ने गोपी की लिखी चिट्ठी को पढ़ लिया है और फिर गोपी की मनोकामना पूरी हो जाती है.

झील के गणेश घाट पर ऐतिहासिक मंदिर

लाखा बंजारा झील के गणेश घाट पर स्थित ऐतिहासिक राधा कृष्ण मंदिर के प्रति स्थानीय लोगों की गहरी आस्था है. यहां स्थापित भगवान कृष्ण की प्रतिमा वृंदावन के मंदिर से मेल खाती है. मंदिर के व्यवस्थापक गोविंद राव आठले बताते हैं कि 'ये मंदिर सन 1655 में बनवाया गया था. इसमें मथुरा वृंदावन की तरह की प्रतिमा स्थापित की गई थी. मंदिर में पहले भगवान कृष्ण की प्रतिमा अकेली थी. कहते हैं कि अकेले कृष्ण की मूर्ति के चेहरे में उदासी नजर आती थी. मंदिर के जब शंकराचार्य ने दर्शन किए, तो उन्होंने सलाह दी कि राधा जी की मूर्ति भी स्थापित की जाए.

Sagar Radha Krishna Temple
सागर का प्रसिद्ध राधा कृष्ण मंदिर (ETV Bharat)

इसके बाद राधा जी की मूर्ति स्थापित की गई, लेकिन आसन ना होने के कारण राधा जी कृष्ण से कुछ पीछे खड़ी हुई हैं. कहते हैं कि राधा जी की प्रतिमा स्थापित होने के बाद श्री कृष्ण की प्रतिमा पर छायी उदासी गायब हो गयी.'

सिर्फ गोपियों की अर्जी सुनते है कन्हैया

जिस तरह हर मंदिर में मनोकामना पूर्ति के लिए कोई विशेष तरीका होता है. इसी तरह गणेश घाट के श्री राधा कृष्ण मंदिर में अर्जी लगाने का भी तरीका अलग ही है. यहां सिर्फ महिलाएं अर्जी लगा सकती हैं और गोपी बनकर श्री कृष्ण को चिट्ठी लिखना होती है. चिट्ठी में महिलाएं अपनी परेशानी या मनोकामनाएं लिखती हैं. फिर नीचे उन्हें "आपकी गोपी" लिखना होता है. चिट्ठी लिखने के बाद महिलाएं उसे श्री कृष्ण के हाथों में पकड़ा देती हैं और जब चिट्ठी गिर जाती है. तो माना जाता है कि कन्हैया ने अपनी गोपी की मनोकामना पढ़ ली है.

Womens write Aapki Gopi on Letter
चिट्ठी में लिखती हैं मनोकामना (ETV Bharat)

यहां पढ़ें...

400 साल की अद्भुत एंटीक बप्पा प्रतिमा को शंकराचार्य ने सोने की कील से बांधा, खुदाई में मिली प्रतिमा का बढ़ रहा था आकार

भगवान राम ने की थी उज्जैन के इस मंदिर की स्थापना, आज भी पूरी होती है लोगों की मनोकामना

शुद्धता के लिए कुंए पर बनाया गया मंदिर

श्री राधा कृष्ण मंदिर की एक खासियत और यह है कि मंदिर विशेष रूप से एक कुएं पर स्थापित किया गया है. मंदिर के फर्श से हमेशा कुएं के पानी का स्पर्श होता रहता है. कहते हैं कि मंदिर निर्माण के समय मंदिर की पवित्रता बनी रहे, इसके लिए बुजुर्गों ने यह तरीका अपनाया था. आज भी मंदिर के फर्श को पानी छूता है. राधा अष्टमी के दिन मंदिर में विशेष पूजा होती है.

Radha Ashtami 2024: कन्हैया और गोपियों के अनोखे रिश्ते से जुड़ी कई कहानियां सुनने मिलती हैं. कन्हैया और गोपियों का अद्भुत प्रेम अपने आप में निराला था. इसी प्रेम को दर्शाता हुआ ऐतिहासिक मंदिर शहर में स्थित है. शहर की पहचान कहा जाने वाले लाखा बंजारा झील के गणेश घाट पर श्री राधा कृष्ण का मंदिर है. मंदिर की खासियत ये है कि कन्हैया सिर्फ गोपियों की मनोकामना सुनते हैं और पूरी करते हैं. यहां सिर्फ महिलाएं ही भगवान कृष्ण से अर्जी लगा सकती हैं. अर्जी लगाने का तरीका भी जरा हटके है.

सागर का अनोखा राधा कृष्ण मंदिर (ETV Bharat)

महिलाओं को गोपी बन कन्हैया को चिट्ठी लिखनी होती है. जिसमें वो अपनी मनोकामना लिखती हैं और नीचे आपकी गोपी लिखना होता है. ये चिट्ठी कन्हैया के हाथ में पकड़ा दी जाती है और अगर चिट्ठी गिर जाती है, तो माना जाता है कि कन्हैया ने गोपी की लिखी चिट्ठी को पढ़ लिया है और फिर गोपी की मनोकामना पूरी हो जाती है.

झील के गणेश घाट पर ऐतिहासिक मंदिर

लाखा बंजारा झील के गणेश घाट पर स्थित ऐतिहासिक राधा कृष्ण मंदिर के प्रति स्थानीय लोगों की गहरी आस्था है. यहां स्थापित भगवान कृष्ण की प्रतिमा वृंदावन के मंदिर से मेल खाती है. मंदिर के व्यवस्थापक गोविंद राव आठले बताते हैं कि 'ये मंदिर सन 1655 में बनवाया गया था. इसमें मथुरा वृंदावन की तरह की प्रतिमा स्थापित की गई थी. मंदिर में पहले भगवान कृष्ण की प्रतिमा अकेली थी. कहते हैं कि अकेले कृष्ण की मूर्ति के चेहरे में उदासी नजर आती थी. मंदिर के जब शंकराचार्य ने दर्शन किए, तो उन्होंने सलाह दी कि राधा जी की मूर्ति भी स्थापित की जाए.

Sagar Radha Krishna Temple
सागर का प्रसिद्ध राधा कृष्ण मंदिर (ETV Bharat)

इसके बाद राधा जी की मूर्ति स्थापित की गई, लेकिन आसन ना होने के कारण राधा जी कृष्ण से कुछ पीछे खड़ी हुई हैं. कहते हैं कि राधा जी की प्रतिमा स्थापित होने के बाद श्री कृष्ण की प्रतिमा पर छायी उदासी गायब हो गयी.'

सिर्फ गोपियों की अर्जी सुनते है कन्हैया

जिस तरह हर मंदिर में मनोकामना पूर्ति के लिए कोई विशेष तरीका होता है. इसी तरह गणेश घाट के श्री राधा कृष्ण मंदिर में अर्जी लगाने का भी तरीका अलग ही है. यहां सिर्फ महिलाएं अर्जी लगा सकती हैं और गोपी बनकर श्री कृष्ण को चिट्ठी लिखना होती है. चिट्ठी में महिलाएं अपनी परेशानी या मनोकामनाएं लिखती हैं. फिर नीचे उन्हें "आपकी गोपी" लिखना होता है. चिट्ठी लिखने के बाद महिलाएं उसे श्री कृष्ण के हाथों में पकड़ा देती हैं और जब चिट्ठी गिर जाती है. तो माना जाता है कि कन्हैया ने अपनी गोपी की मनोकामना पढ़ ली है.

Womens write Aapki Gopi on Letter
चिट्ठी में लिखती हैं मनोकामना (ETV Bharat)

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शुद्धता के लिए कुंए पर बनाया गया मंदिर

श्री राधा कृष्ण मंदिर की एक खासियत और यह है कि मंदिर विशेष रूप से एक कुएं पर स्थापित किया गया है. मंदिर के फर्श से हमेशा कुएं के पानी का स्पर्श होता रहता है. कहते हैं कि मंदिर निर्माण के समय मंदिर की पवित्रता बनी रहे, इसके लिए बुजुर्गों ने यह तरीका अपनाया था. आज भी मंदिर के फर्श को पानी छूता है. राधा अष्टमी के दिन मंदिर में विशेष पूजा होती है.

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