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हॉस्पिटल में अब क्यूआर कोड स्कैन करने से होगा मरीजों का रजिस्ट्रेशन, लंबी लाइनों से मिलेगा छुटकारा - Base Hospital QR Code in Srinagar

Srinagar Base Hospital QR Code श्रीनगर बेस चिकित्सालय में अब इलाज कराने आने वाले मरीजों को रजिस्ट्रेशन के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा. जिसके लिए अस्पताल परिसर में क्यूआर कोड लगाए गए हैं. वहीं मरीज और तीमारदार क्यूआर कोड स्कैन कर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.

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फोटो ईटीवी भारत (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 4, 2024, 5:15 PM IST

श्रीनगर: यदि आपकी आभा आईडी है तो ओपीडी पर्ची बनवाने के लिए आपको श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बेस चिकित्सालय में लाइन में नहीं लगना पड़ेगा. अपनी आभा आईडी के जरिए दो मिनट में ओपीडी रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे. यह सुविधा आप अस्पताल पहुंचते ही ओपीडी काउंटर या अस्पताल परिसर में लगे क्यूआर कोड स्कैन कर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इससे ओपीडी रजिस्ट्रेशन के लिए अस्पताल के काउंटरों पर लंबी लाइन (कतार) पर लगने से मुक्ति मिलेगी. साथ ही जल्दी टोकन मिलने से ओपीडी पर्चा बनने से डॉक्टर को समय पर दिखाने में मदद मिलेगी.

बेस चिकित्सालय में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत आभा एप के माध्यम से पर्चा बनना शुरू हो गया है. जिसके तहत कई मरीजों द्वारा अभी तक क्यूआर कोड को स्कैन करके पर्चा बनाने शुरु कर दिए हैं. बता दें कि बेस अस्पताल में रोजाना करीब 600 से लेकर 1200 तक मरीज विशेषज्ञ चिकित्सक के पास अपना इलाज कराने कराने आते हैं और ओपीडी पर्ची बनवाने के लिए महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग- अलग काउंटर हैं.
पढ़ें-श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बेस चिकित्सालय को मिले 53 नर्सिंग अधिकारी, सुधरेगी स्वास्थ्य व्यवस्था

सुबह से लेकर दोपहर तक पर्चे बनाए जाते हैं, लेकिन लोगों को क्यूआर कोड स्कैन की जागरूकता के अभाव में पर्चा बनवाने के लिए काफी देर तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है.यदि मरीज व तीमारदार आभा एप के जरिए क्यूआर कोड स्कैन करें तो पर्चा बनवाने में उनका समय भी बचेगा और लाइन में ज्यादा देर खड़ा नहीं होना पड़ेगा. इसके लिए बेस अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल में क्यूआर कोड भी चस्पा करा दिए हैं. चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने बताया कि क्यूआर कोड स्कैन एवं शेयर की ओपीडी रजिस्ट्रेशन कक्ष की जिम्मेदारी बेस अस्पताल के नियत कर्मी आईटी सुपरवाइजर दीप सागर झिंक्वाण को दी गई है.
पढ़ें-दून अस्पताल में ब्लड सैंपल लेकर लैब तक नहीं लगानी पड़ेगी दौड़! न्यूमेटिक ट्यूब सिस्टम पर हो रहा काम

जो ओपीडी काउंटर के पास स्थापित काउंटर से चिकित्सालय में आने वाले मरीजों के आभा एप के जरिए स्कैन कर किए गए रजिस्ट्रेशन के टोकन के अनुसार पर्चे देंगे. साथ ही क्यूआर कोड की सुविधा की जानकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को देंगे. वहीं क्यूआर कोड से स्कैन कर ओपीडी पर्चे को आधे घंटे के अंदर क्यूआर कोड स्कैन रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेना होगा. प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने बताया कि आज के दौर में हर किसी के लिए समय बहुमूल्य है. इसलिए समय से कार्य हो जाना बहुत जरूरी है. इसी को ध्यान मे रखते हुए शासन के निर्देश पर यह व्यवस्था श्रीनगर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने शुरू की है.

आभा पंजीकरण के लिए ये है जरूरी चीजें

  • आधार कार्ड मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए
  • एंड्राइड मोबाइल फोन होना जरूरी
  • मोबाइल में इंटरनेट सेवा होनी जरूरी
  • क्यूआर कोड आभा एप, आरोग्य सेतु एप और पीटीएम से भी कर सकते हैं स्कैन

श्रीनगर: यदि आपकी आभा आईडी है तो ओपीडी पर्ची बनवाने के लिए आपको श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बेस चिकित्सालय में लाइन में नहीं लगना पड़ेगा. अपनी आभा आईडी के जरिए दो मिनट में ओपीडी रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे. यह सुविधा आप अस्पताल पहुंचते ही ओपीडी काउंटर या अस्पताल परिसर में लगे क्यूआर कोड स्कैन कर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इससे ओपीडी रजिस्ट्रेशन के लिए अस्पताल के काउंटरों पर लंबी लाइन (कतार) पर लगने से मुक्ति मिलेगी. साथ ही जल्दी टोकन मिलने से ओपीडी पर्चा बनने से डॉक्टर को समय पर दिखाने में मदद मिलेगी.

बेस चिकित्सालय में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत आभा एप के माध्यम से पर्चा बनना शुरू हो गया है. जिसके तहत कई मरीजों द्वारा अभी तक क्यूआर कोड को स्कैन करके पर्चा बनाने शुरु कर दिए हैं. बता दें कि बेस अस्पताल में रोजाना करीब 600 से लेकर 1200 तक मरीज विशेषज्ञ चिकित्सक के पास अपना इलाज कराने कराने आते हैं और ओपीडी पर्ची बनवाने के लिए महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग- अलग काउंटर हैं.
पढ़ें-श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बेस चिकित्सालय को मिले 53 नर्सिंग अधिकारी, सुधरेगी स्वास्थ्य व्यवस्था

सुबह से लेकर दोपहर तक पर्चे बनाए जाते हैं, लेकिन लोगों को क्यूआर कोड स्कैन की जागरूकता के अभाव में पर्चा बनवाने के लिए काफी देर तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है.यदि मरीज व तीमारदार आभा एप के जरिए क्यूआर कोड स्कैन करें तो पर्चा बनवाने में उनका समय भी बचेगा और लाइन में ज्यादा देर खड़ा नहीं होना पड़ेगा. इसके लिए बेस अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल में क्यूआर कोड भी चस्पा करा दिए हैं. चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने बताया कि क्यूआर कोड स्कैन एवं शेयर की ओपीडी रजिस्ट्रेशन कक्ष की जिम्मेदारी बेस अस्पताल के नियत कर्मी आईटी सुपरवाइजर दीप सागर झिंक्वाण को दी गई है.
पढ़ें-दून अस्पताल में ब्लड सैंपल लेकर लैब तक नहीं लगानी पड़ेगी दौड़! न्यूमेटिक ट्यूब सिस्टम पर हो रहा काम

जो ओपीडी काउंटर के पास स्थापित काउंटर से चिकित्सालय में आने वाले मरीजों के आभा एप के जरिए स्कैन कर किए गए रजिस्ट्रेशन के टोकन के अनुसार पर्चे देंगे. साथ ही क्यूआर कोड की सुविधा की जानकारी अस्पताल में आने वाले मरीजों को देंगे. वहीं क्यूआर कोड से स्कैन कर ओपीडी पर्चे को आधे घंटे के अंदर क्यूआर कोड स्कैन रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेना होगा. प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने बताया कि आज के दौर में हर किसी के लिए समय बहुमूल्य है. इसलिए समय से कार्य हो जाना बहुत जरूरी है. इसी को ध्यान मे रखते हुए शासन के निर्देश पर यह व्यवस्था श्रीनगर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने शुरू की है.

आभा पंजीकरण के लिए ये है जरूरी चीजें

  • आधार कार्ड मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए
  • एंड्राइड मोबाइल फोन होना जरूरी
  • मोबाइल में इंटरनेट सेवा होनी जरूरी
  • क्यूआर कोड आभा एप, आरोग्य सेतु एप और पीटीएम से भी कर सकते हैं स्कैन
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