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अपनी ही सरकार के बजट पर विक्रमादित्य सिंह ने जताई नाराजगी, अफसरों की लापरवाही को बताया वजह

Himachal Budget 2024-25: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 17 फरवरी को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट पेश किया. जिस पर पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मल्टी टास्क वर्कर का मानदेय नहीं बढ़ाने पर अपनी ही सरकार के बजट पर नाराजगी जताई है. जिसका जिम्मेदार उन्होंने अफसरों को ठहराया है.

PWD Minister Vikramaditya Singh
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 18, 2024, 7:18 AM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शनिवार, 17 फरवरी को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश किया. जिसमें सीएम सुक्खू ने सीमित संसाधनों से हर वर्ग को लुभाने का प्रयास किया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मल्टी टास्क वर्कर का मानदेय नहीं बढ़ाने से अपनी ही सरकार के बजट पर नाराजगी जताई है. जिसके लिए उन्होंने अफसरों की लापरवाही को वजह बताया है.

अपनी सरकार के बजट पर जताई नाराजगी

पीडब्ल्यूडी मंत्री में बजट पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की मीडिया ब्रीफिंग खत्म होने के बाद इस मामले को उठाया. यही नहीं विक्रमादित्य सिंह ने देर रात करीब 9 बजे फेसबुक पेज पर भी इस बारे में पोस्ट डाली है. जिसमें लिखा गया, 'आज के बजट में जिन वर्गों का जिक्र छूट गया है. यह अधिकारियों की लापरवाही की वजह से हुआ है. हमने इसका कड़ा संज्ञान लिया है. इस बारे में मुख्यमंत्री से भी चर्चा की गई है. वह जल्द ही इस विषय में स्थिति स्पष्ट करेंगे.' उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस पर संज्ञान लेंगे और विक्रमादित्य सिंह की बात को बजट में शामिल करेंगे.

बेबाकी से अपनी राय रखते हैं PWD मंत्री

पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते हैं. कांग्रेस जब विपक्ष में थी और प्रदेश में भाजपा की जयराम सरकार सत्ता में काबिज थी. उस दौरान भी विक्रमादित्य सिंह खुलकर जयराम सरकार की नाकामियों को लेकर बोलते थे. वे सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के समक्ष अपनी राय रखते थे. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अब सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार है, लेकिन विक्रमादित्य सिंह पहले की तरह अब भी बेबाकी से सरकार की कमियों पर सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी राय रखते हैं. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से जब अपने कार्यकाल के दूसरे बजट भाषण में पीडब्ल्यूडी में सेवाएं दे रहे मल्टी टास्क वर्कर के मानदेय को लेकर जिक्र नहीं हुआ, तो विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए इस बात को लेकर अपनी नाराजगी जताई है.

पोस्ट पर लगातार आ रहे कमेंट्स:

पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह की पोस्ट पर लगातार कॉमेंटस आ रहे हैं. एक फेसबुक यूजर राजपूत सनी सन्नी ने लिखा है कि मल्टी टास्क वर्करों का भविष्य क्या है? उनसे 8 घंटे काम लिया जाता है. जिसके बदले में 4500 प्रतिमाह मानदेय दिया जाता है. ऐसे में मल्टी टास्क वर्करों से भेदभाव क्यों किया जा रहा है? वहीं, एक अन्य यूजर नीरज वर्मा का कमेंट है कि पीडब्ल्यूडी में मल्टी टास्क वर्करों से सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है? सर हमें आपसे बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं, लेकिन अभी तक केवल निराशा ही हाथ लगी है. विक्रमादित्य सिंह की पोस्ट पर अभी तक ऐसे सैकड़ों कमेंट आ चुके हैं.

ये भी पढे़ं: Himachal Budget 2024-25: 87,788 करोड़ का कर्ज, 58,444 करोड़ का बजट, 42% सैलरी और पेंशन पर होगा खर्च, 28% से विकास कार्य

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शनिवार, 17 फरवरी को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बजट पेश किया. जिसमें सीएम सुक्खू ने सीमित संसाधनों से हर वर्ग को लुभाने का प्रयास किया है, लेकिन पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मल्टी टास्क वर्कर का मानदेय नहीं बढ़ाने से अपनी ही सरकार के बजट पर नाराजगी जताई है. जिसके लिए उन्होंने अफसरों की लापरवाही को वजह बताया है.

अपनी सरकार के बजट पर जताई नाराजगी

पीडब्ल्यूडी मंत्री में बजट पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की मीडिया ब्रीफिंग खत्म होने के बाद इस मामले को उठाया. यही नहीं विक्रमादित्य सिंह ने देर रात करीब 9 बजे फेसबुक पेज पर भी इस बारे में पोस्ट डाली है. जिसमें लिखा गया, 'आज के बजट में जिन वर्गों का जिक्र छूट गया है. यह अधिकारियों की लापरवाही की वजह से हुआ है. हमने इसका कड़ा संज्ञान लिया है. इस बारे में मुख्यमंत्री से भी चर्चा की गई है. वह जल्द ही इस विषय में स्थिति स्पष्ट करेंगे.' उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इस पर संज्ञान लेंगे और विक्रमादित्य सिंह की बात को बजट में शामिल करेंगे.

बेबाकी से अपनी राय रखते हैं PWD मंत्री

पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते हैं. कांग्रेस जब विपक्ष में थी और प्रदेश में भाजपा की जयराम सरकार सत्ता में काबिज थी. उस दौरान भी विक्रमादित्य सिंह खुलकर जयराम सरकार की नाकामियों को लेकर बोलते थे. वे सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के समक्ष अपनी राय रखते थे. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अब सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार है, लेकिन विक्रमादित्य सिंह पहले की तरह अब भी बेबाकी से सरकार की कमियों पर सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी राय रखते हैं. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से जब अपने कार्यकाल के दूसरे बजट भाषण में पीडब्ल्यूडी में सेवाएं दे रहे मल्टी टास्क वर्कर के मानदेय को लेकर जिक्र नहीं हुआ, तो विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए इस बात को लेकर अपनी नाराजगी जताई है.

पोस्ट पर लगातार आ रहे कमेंट्स:

पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह की पोस्ट पर लगातार कॉमेंटस आ रहे हैं. एक फेसबुक यूजर राजपूत सनी सन्नी ने लिखा है कि मल्टी टास्क वर्करों का भविष्य क्या है? उनसे 8 घंटे काम लिया जाता है. जिसके बदले में 4500 प्रतिमाह मानदेय दिया जाता है. ऐसे में मल्टी टास्क वर्करों से भेदभाव क्यों किया जा रहा है? वहीं, एक अन्य यूजर नीरज वर्मा का कमेंट है कि पीडब्ल्यूडी में मल्टी टास्क वर्करों से सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है? सर हमें आपसे बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं, लेकिन अभी तक केवल निराशा ही हाथ लगी है. विक्रमादित्य सिंह की पोस्ट पर अभी तक ऐसे सैकड़ों कमेंट आ चुके हैं.

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