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राम कथा संग्रहालय में दिखेगा उड़ता हुआ पुष्पक विमान, पुरातत्व कालीन राम मंदिर के अवशेष - AYODHYA RAM MANDIR - AYODHYA RAM MANDIR

पेरिस के लुव्र म्यूजियम की तर्ज पर अयोध्या में होगा पिरामिड वाला अंतर्राष्ट्रीय म्यूजियम, गेट पर बनेगा राम दरबार, मुकदमों के दस्तावेज होंगे उपलब्ध

राम कथा संग्रहालय
राम कथा संग्रहालय (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 5, 2024, 10:50 PM IST

अयोध्याः रामनगरी आने वाले श्रद्धालुओं को अब सिर्फ राम मंदिर में रामलला के दर्शन के साथ अंतर्राष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय की भव्यता भी आकर्षित करेगी. इसके लिए म्यूजियम का छत ऊंचे पिरामिड की तरह दर्शाया जायेगा. जिसका नजारा दूर से ही दिखाई देने लगेगा. इसके मुख्य गेट पर पहुंचते ही रामायण के प्रसंग पर आधारित राम दरबार के दर्शन होंगे. संग्रहालय के बंद कमरे में हवा में उड़ता हुआ पुष्पक विमान संपूर्ण भारत का दर्शन कराएगा. राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक कुछ ऐसी परिकल्पना को लेकर अंतर्राष्ट्रीय म्यूजियम तैयार किया जा रहा है.


खोदाई में मिले राम मंदिर के अवशेष का भी होगा दर्शनः राम मंदिर निर्माण समिति की तीन दिवसीय बैठक के अंतिम दिन राम कथा संग्रहालय को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप में तैयार किए जाने के लिए मंथन किया गया. इस दौरान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, म्यूजियम के एक्सपर्ट के साथ कार्यदाई संस्था के अधिकारी भी मौजूद रहे. बैठक के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर के लिए सैकड़ों वर्षों तक किए गए कानूनी संघर्ष, ASI द्वारा जून 1992 दिसंबर 1992, 2003, 2021 में राम जन्मभूमि परिसर में खुदाई के दौरान पाए पुरातत्व कालीन अवशेष के साथ–साथ संपूर्ण धारा पर विख्यात राम के चरित्र का विभिन्न भाषा शैलियों में चले आ रहे बखान का अवलोकन, शोधकर्ता, इतिहासकार और पर्यटकों के लिए एक राम कथा संग्रहालय का पुनः निर्माण किया जाएगा.

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी जानकारी. (Video Credit; ETV Bharat)

संग्रहालय का रीमॉडलिंग किया जाएगाः चंपत राय कहा कि इसके लिए संग्रहालय का रीमॉडलिंग किया जायेगा. राम केवल अयोध्या के नहीं हैं. हर राज्य में राम है. हर राज्य के अंदर राम की लीलाएं राम का जीवन और खेला जाता है. सभी राज्यों में प्रांतीय भाषा में रामायण है. तमिलनाडु में मलयालम में घर-घर में रामायण पढ़ी जाती है. रामकथा संग्राहलय में संपूर्ण भारत के राम, रामायण का यहां दर्शन हो सकेगा. उन्होंने कहा कि भारत के बाहर भी राम हैं. जो मुस्लिम देश है, वहां कभी ना कभी राम थे. भारत के बाहर राम किस रूप में है, कहां-कहां हैं, उसका दर्शन इस संग्रहालय में हो, इस पर रोज चर्चा होती है. उन्होंने बताया कि बताया कि नट्ठ कठपुतली का खेल भी राम को खिलाते और दिखाते हैं. यह भी यहां पर दर्शन हो, यह योजना का हिस्सा है. चंपत राय ने कहा कि कभी पुष्पक विमान को भी एक कमरे में बनाने की योजना है. राम मंदिर को लेकर चले मुकदमे डॉक्यूमेंट हैं. अगर कोई वकील है कोई इतिहास का छात्र है तो उन डॉक्यूमेंट की बारीकियां में जा सकता है. इन दस्तावेजों का संग्रह यहां उपलब्ध रहेगा. 25 से 30 हजार दस्तावेज का डिजिटल्लाइजेसन चिंतन का एक पहलू है.


22 जनवरी से म्यूजियम के कुछ हिस्सों को खोला जाएगाः अंतर्राष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय के डायरेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि 22 जनवरी को लेकर म्यूजियम के कुछ हिस्सों को खोल दिया जाएगा. जिसमें डिजिटल गैलरी सहित कुछ और गलियों का अवलोकन लोग कर सकेंगे. भव्यव बन रहे म्यूजियम के प्रवेश द्वार के पास ही इस राम दरबार को स्थापित किया जाएगा. जिससे गेट पर पहुंचते ही रामायण के रूबरू होने लगेंगे. इस पूरे म्यूजियम में लगभग 21 गैलरियां होंगी. जिसके लिए इस पूरे परिसर के अंदर रिमांडलिंग कराई जा रही है.

इसे भी पढ़ें-राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर निर्माण का कार्य शुरू, 4 महीने में कार्य होगा पूरा

अयोध्याः रामनगरी आने वाले श्रद्धालुओं को अब सिर्फ राम मंदिर में रामलला के दर्शन के साथ अंतर्राष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय की भव्यता भी आकर्षित करेगी. इसके लिए म्यूजियम का छत ऊंचे पिरामिड की तरह दर्शाया जायेगा. जिसका नजारा दूर से ही दिखाई देने लगेगा. इसके मुख्य गेट पर पहुंचते ही रामायण के प्रसंग पर आधारित राम दरबार के दर्शन होंगे. संग्रहालय के बंद कमरे में हवा में उड़ता हुआ पुष्पक विमान संपूर्ण भारत का दर्शन कराएगा. राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक कुछ ऐसी परिकल्पना को लेकर अंतर्राष्ट्रीय म्यूजियम तैयार किया जा रहा है.


खोदाई में मिले राम मंदिर के अवशेष का भी होगा दर्शनः राम मंदिर निर्माण समिति की तीन दिवसीय बैठक के अंतिम दिन राम कथा संग्रहालय को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप में तैयार किए जाने के लिए मंथन किया गया. इस दौरान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, म्यूजियम के एक्सपर्ट के साथ कार्यदाई संस्था के अधिकारी भी मौजूद रहे. बैठक के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर के लिए सैकड़ों वर्षों तक किए गए कानूनी संघर्ष, ASI द्वारा जून 1992 दिसंबर 1992, 2003, 2021 में राम जन्मभूमि परिसर में खुदाई के दौरान पाए पुरातत्व कालीन अवशेष के साथ–साथ संपूर्ण धारा पर विख्यात राम के चरित्र का विभिन्न भाषा शैलियों में चले आ रहे बखान का अवलोकन, शोधकर्ता, इतिहासकार और पर्यटकों के लिए एक राम कथा संग्रहालय का पुनः निर्माण किया जाएगा.

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी जानकारी. (Video Credit; ETV Bharat)

संग्रहालय का रीमॉडलिंग किया जाएगाः चंपत राय कहा कि इसके लिए संग्रहालय का रीमॉडलिंग किया जायेगा. राम केवल अयोध्या के नहीं हैं. हर राज्य में राम है. हर राज्य के अंदर राम की लीलाएं राम का जीवन और खेला जाता है. सभी राज्यों में प्रांतीय भाषा में रामायण है. तमिलनाडु में मलयालम में घर-घर में रामायण पढ़ी जाती है. रामकथा संग्राहलय में संपूर्ण भारत के राम, रामायण का यहां दर्शन हो सकेगा. उन्होंने कहा कि भारत के बाहर भी राम हैं. जो मुस्लिम देश है, वहां कभी ना कभी राम थे. भारत के बाहर राम किस रूप में है, कहां-कहां हैं, उसका दर्शन इस संग्रहालय में हो, इस पर रोज चर्चा होती है. उन्होंने बताया कि बताया कि नट्ठ कठपुतली का खेल भी राम को खिलाते और दिखाते हैं. यह भी यहां पर दर्शन हो, यह योजना का हिस्सा है. चंपत राय ने कहा कि कभी पुष्पक विमान को भी एक कमरे में बनाने की योजना है. राम मंदिर को लेकर चले मुकदमे डॉक्यूमेंट हैं. अगर कोई वकील है कोई इतिहास का छात्र है तो उन डॉक्यूमेंट की बारीकियां में जा सकता है. इन दस्तावेजों का संग्रह यहां उपलब्ध रहेगा. 25 से 30 हजार दस्तावेज का डिजिटल्लाइजेसन चिंतन का एक पहलू है.


22 जनवरी से म्यूजियम के कुछ हिस्सों को खोला जाएगाः अंतर्राष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय के डायरेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि 22 जनवरी को लेकर म्यूजियम के कुछ हिस्सों को खोल दिया जाएगा. जिसमें डिजिटल गैलरी सहित कुछ और गलियों का अवलोकन लोग कर सकेंगे. भव्यव बन रहे म्यूजियम के प्रवेश द्वार के पास ही इस राम दरबार को स्थापित किया जाएगा. जिससे गेट पर पहुंचते ही रामायण के रूबरू होने लगेंगे. इस पूरे म्यूजियम में लगभग 21 गैलरियां होंगी. जिसके लिए इस पूरे परिसर के अंदर रिमांडलिंग कराई जा रही है.

इसे भी पढ़ें-राम मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर निर्माण का कार्य शुरू, 4 महीने में कार्य होगा पूरा

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