अजमेर: उप मुख्यमंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री दीया कुमारी ने कहा कि तीर्थराज पुष्कर को अयोध्या और काशी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेला प्रतिवर्ष पूरी भव्यता के साथ आयोजित होगा. केन्द्र व राज्य सरकार के समन्वित प्रयासों से राजस्थान अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर सबसे अग्रणी होगा.
दीया कुमारी ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला-2024 के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार पुष्कर के विकास के लिए पूरी गंभीरता के साथ काम कर रही है. पुष्कर का विकास अयोध्या और काशी की तर्ज पर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस साल 6 लाख से अधिक देशी-विदेशी पर्यटक और श्रद्धालुओं ने मेले में भाग लिया है. वर्ष 2019 के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु मेले में आए हैं. इस साल 20 हजार से ज्यादा विदेशी पर्यटक भी मेले में आए हैं।
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उन्होंने कहा कि पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से हर साल मेले को पूर्ण भव्यता के साथ आयोजित किया जाएगा. इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाएंगे. राजस्थान में पर्यटन विकास के लिए बजट में 5 हजार करोड़ का प्रावधान किया गया है. मेला समापन के बाद दीया कुमारी ने पुष्कर कॉरिडोर के विकास और तीर्थ में सुविधाओं के लिए अधिकारियों के साथ बैठक ली. इसमें कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत, कलेक्टर लोक बंधु समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.
भव्य हुआ मेले का समापन: पुष्कर के मेला मैदान में आयोजित समापन समारोह में लोक कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से उपस्थित सभी का मन मोह लिया. प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए लोग कलाकारों ने देशी-विदेशी पर्यटक को पूरे राजस्थान की संस्कृति की झलक कला के माध्यम से दिखलाई. कार्यक्रम में पुष्कर के प्रसिद्ध नगाड़ा वादक नाथूलाल सोलंकी और उनके विदेशी शिष्यों ने साथ मिलकर नगाड़ा वादन किया.
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रस्साकसी प्रतियोगिता में जीते पशुपालक: रस्साकशी प्रतियोगिता के पुरुष और महिला वर्ग में हुई जोर आजमाइश में मुकाबला पशुपालकों और विदेशी टीमों के बीच हुआ. पशुपालकों की टीम ने 24 बार विदेशी टीम को हराया है. यानी 24 सालों से रस्साकशी प्रतियोगिता पशुपालक जीतते आ रहे हैं. इनमें कई पशुपालक तो 24 वर्षों से, तो कोई 10 वर्षों से प्रतियोगिता में भाग ले रहा था.
स्थानीय ग्रामीण महिलाएं भी रस्साकशी प्रतियोगिता में विदेशी महिलाओं से पीछे नहीं रही. मेले के सांस्कृतिक और प्रतियोगिता समिति के सचिव डॉ कुलदीप अग्रवाल ने बताया कि मेले के आखिरी दिन मटका दौड़ में विदेशी महिला पर्यटक लिली जीती. वहीं द्वितीय स्थान पर कुसुम और तीसरे स्थान पर कुसुम जानी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया. मुंह में चम्मच दबाकर उसमें कंचा रखकर दौड़ प्रतियोगिता में हॉलैंड की लिंडा प्रथम, दूसरे स्थान पर पुष्कर की नाजिया और तीसरे स्थान पर अजमेर की कुसुम रही. विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता रहे पशुपालकों और देशी-विदेशी पर्यटकों को उपमुख्यमंत्री ने पुरस्कृत भी किया.