रायपुर: विष्णुदेव साय सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट शुक्रवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा में पेश किया. वित्त मंत्री ने बजट भाषण में अमृतकाल छत्तीसगढ़ विजन @ 2047 का जिक्र किया. बजट का आकार 1,47,446 करोड़ रुपये का है और यह गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी पर केंद्रित है. अपने पहले बजट भाषण में ओपी चौधरी ने किसी भी प्रकार के कर की घोषणा नहीं की है. इस बजट में छत्तीसगढ़ के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कही गई है.
छत्तीसगढ़ के पांच शक्तिपीठों का होगा विकास: राज्य में स्थिति शक्तिपीठों को लेकर भी इस बजट में प्रावधान किए गए हैं. इसके तहत इन पांच शक्तिपीठों का विकास किया जाएगा.
- सूरजपुर का कुंदरगढ़ शक्तिपीठ
- चंद्रपुर का चंद्रहासिनी शक्तिपीठ
- रतनपुर का महामाया मंदिर
- डोंगरगढ़ का बम्लेश्वरी धाम
- दंतेवाड़ा का दंतेश्वरी मंदिर
मुख्यमंत्री जन पर्यटन योजना होगी शुरू: वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने छत्तीसगढ़ में पर्यटन एवं संस्कृति मुख्यमंत्री जन पर्यटन योजना शुरू करने का ऐलान किया. इसी योजना के तहत सभी पांच शक्तिपीठों का विकास किया जाएगा. पांच शक्तिपीठों के विकास के लिए पांच करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. योजना का मकसद शक्तिपीठ से जुड़े मंदिरों में तीर्थ यात्रियों के लिए सुविधाओं का विकास करना है.
इको टूरिज्म को बढ़ावा देना भी मकसद: इस बजट में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने छत्तीसगढ़ में इको टूरिज्म को विकसित करने की बात कही है. पर्यटन की सुविधाएं बढ़ने से प्रदेश में कई संभावनाओं का विकास होगा. स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा और छत्तीसगढ़ एक धार्मिक प्रदेश के तौर पर प्रसिद्ध होगा.
राजिम कॉरिडोर बनाने की बात भी आई थी सामने: इससे पहले जनवरी महीने में संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राजिम मंदिर परिसर को विकसित करने की बात कही थी. उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा था कि महाकाल लोक के तर्ज पर राजिम मंदिर परिसर को आकर्षक रूप से बनाया जाएगा. राजिम परिसर को लेकर बजट में किसी तरह का ऐलान नहीं किया गया है लेकिन शक्तिपीठों के विकास की बात कही गई है.