शिमला: हिमाचल में 16 महीने पहले बनी सुक्खू सरकार के लिए विधानसभा की छह सीटों पर होने वाले चुनाव काफी महत्वपूर्ण है. प्रदेश में 68 विधायकों की संख्या वाले विधानसभा में कांग्रेस को बहुमत के लिए 35 विधायकों की जरूरत है. अभी वर्तमान में छह विधायकों के अयोग्य ठहराए जाने के बाद विधानसभा में विधायकों की संख्या घटकर 62 रह गई हैं. इस तरह उपचुनाव से पहले अभी बहुमत के लिए 32 विधायकों की आवश्यकता है. वहीं, कांग्रेस के पास अभी 34 विधायकों का संख्या बल है. जिससे सरकार पर अभी कोई संकट नहीं है, लेकिन उपचुनाव में कांग्रेस को किसी भी स्थिति में एक सीट जीतना बहुत जरूरी है. जिससे सरकार सदन में बहुमत में होगी और आने वाले समय में सरकार पर किसी तरह का संकट नहीं रहेगा.
27 मई को प्रियंका गांधी की दो रैलियां
इस बात को सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू अच्छी तरह से जानते है, तभी मुख्यमंत्री पिछले कुछ दिनों से लगातार अपने गृह संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में डेरा डाले हुए हैं, क्योंकि प्रदेश में जिन छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. उसमें से चार विधानसभा सीटें हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में पड़ती हैं. इसलिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की 27 मई को पहली ही दो रैलियां गगरेट और कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्रों में रखी गई हैं. ये दोनों की विधानसभा सीटें मुख्यमंत्री के गृह संसदीय क्षेत्र हमीरपुर के तहत पड़ती हैं.
राष्ट्रीय दिग्गजों ने किया पहाड़ों का रुख
देश में 25 मई को छठे चरण में लोकसभा के लिए मतदान हो रहा है. ऐसे में यहां चुनाव प्रचार थम गया है. जिसके बाद राष्ट्रीय स्तर के दिग्गज नेताओं का चुनाव प्रचार अभियान मैदानों को छोड़ अब पहाड़ की तरफ चढ़ने लगा है. इसी कड़ी में आज हिमाचल के शिमला संसदीय क्षेत्र के तहत नाहन और मंडी में प्रधानमंत्री की दो चुनावी जनसभाएं होने जा रही हैं. वहीं, कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कल यानी 25 मई को जिला शिमला के रोहड़ू में पार्टी प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी के पक्ष में रैली करेंगे. जो कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रीय स्तर के नेता की हिमाचल में पहली रैली होगी.
चुनावी रैलियों में प्रियंका की सबसे अधिक मांग
वहीं, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 26 मई को शिमला संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के तहत ऊना में कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा के पक्ष में रैली कर चुनाव प्रचार को धार देंगे. हिमाचल में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की चुनावी सभाओं के लिए सबसे अधिक मांग है. उनकी प्रदेश के विभिन्न स्थानों में 9 चुनावी जनसभाएं होंगी. वे 27 से 30 मई तक लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत के लिए पसीना बहाएंगी.
प्रियंका गांधी की चुनावी जनसभाओं का शेड्यूल
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव की 27 से 30 मई तक प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर 9 चुनावी जनसभाएं होंगी. जो भाजपा और कांग्रेस की तरफ से किसी भी राष्ट्रीय स्तर के नेता की हिमाचल में होने वाली सबसे अधिक चुनावी जनसभाएं हैं. प्रियंका गांधी 27 मई को गगरेट में राकेश कालिया और कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में विवेक शर्मा के लिए अलग-अलग दो जनसभाएं करेंगी. इन दोनों सीटों पर विधानसभा के लिए उपचुनाव हो रहे हैं. इस दौरान कांग्रेस महासचिव हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा के लिए भी वोट मांगेगी.
28 मई को प्रियंका की चंबा व कांगड़ा के चंबी में लोकसभा प्रत्याशी आनंद शर्मा व हमीरपुर के बड़सर विधानसभा क्षेत्र में विधायक पद के उम्मीदवार सुभाष ढटवालिया के लिए अलग-अलग 3 चुनावी जनसभाओं को संबोधित कर जनता से कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील करेंगी. 29 मई को प्रियंका गांधी वाड्रा कुल्लू व मंडी में विक्रमादित्य सिंह के समर्थन में चुनावी जनसभाएं करेंगी.
वहीं, 30 मई के चुनाव प्रचार के आखिरी दिन सोलन और शिमला जिले के नेरवा में आयोजित होने वाली चुनावी रैलियों में पार्टी प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी के पक्ष में वोट मांगेगी. प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष हरिकृष्ण हिमराल ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की रैलियों को लेकर कांग्रेस ने पूरी तैयारी कर ली हैं. उन्होंने बताया कि अन्य स्टार प्रचारकों की चुनावी रैलियों का भी शेड्यूल भी जल्द ही जारी होगा.