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जिला कारागृह में कैदी की मौत, परिजनों ने जेल प्रशासन पर लगाए मारपीट के आरोप

झालावाड़ जिला कारागृह में एक बंदी की अचानक जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर बंदी से मारपीट का आरोप लगाया है.

prisoner death during treatment
जिला कारागृह में कैदी की मौत
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 13, 2024, 8:17 PM IST

झालावाड़. जिला कारागृह में सोमवार को न्यायालय द्वारा न्यायिक अभिरक्षा में भेजे गए एक बंदी की मंगलवार को अचानक जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. 24 घंटे के भीतर जिला कारागृह में बंदी की मौत से जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया. इधर मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर बंदी के साथ मारपीट करने के गंभीर आरोप लगाए हैं और पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.

मामले की जानकारी देते हुए जिला कारागृह डीएसपी जगदीश पूनिया ने बताया कि सोमवार को झालरापाटन निवासी राजेंद्र पवार को जिला कारागृह में लाया गया था. उन्होंने बताया कि बंदी को लगातार फीड्स आने की शिकायत थी. इसके चलते उसकी तबीयत बिगड़ने लगी थी. उन्होंने कहा कि बंदी की तबीयत बिगड़ने के चलते मंगलवार को चालनी गार्ड के साथ उसे झालावाड़ के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान बंदी की मौत हो गई. जगदीश पूनिया ने बताया कि मृतक राजेश पंवार किसी मामले में वांछित चल रहा था और वारंट के बाद उसे न्यायालय ने न्यायिक अभिरक्षा में भेजा था.

पढ़ें: अजमेर सेंट्रल जेल में बंद कैदी की मौत

इधर परिजनों ने जेल प्रशासन पर मृतक के साथ मारपीट करने व यातनाएं देने का आरोप लगाया है. मृतक के भाई अनिल पवार ने बताया कि सोमवार को उनका भाई स्वस्थ रूप से जिला कारागृह में गया था. 24 घंटे के भीतर ही जेल प्रशासन के द्वारा उसकी मौत की सूचना दी गई. उन्होंने कहा कि मृतक के शरीर पर कुछ चोटें दिखाई दे रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन के द्वारा मृतक के साथ मारपीट या जेल में कुछ अनहोनी घटना हुई है. इसी कारण राजेश पवार की मौत हुई है. फिलहाल मृतक के शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. जहां बुधवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा गठित कमेटी की देखरेख में मृतक का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.

झालावाड़. जिला कारागृह में सोमवार को न्यायालय द्वारा न्यायिक अभिरक्षा में भेजे गए एक बंदी की मंगलवार को अचानक जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. 24 घंटे के भीतर जिला कारागृह में बंदी की मौत से जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया. इधर मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर बंदी के साथ मारपीट करने के गंभीर आरोप लगाए हैं और पूरे मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.

मामले की जानकारी देते हुए जिला कारागृह डीएसपी जगदीश पूनिया ने बताया कि सोमवार को झालरापाटन निवासी राजेंद्र पवार को जिला कारागृह में लाया गया था. उन्होंने बताया कि बंदी को लगातार फीड्स आने की शिकायत थी. इसके चलते उसकी तबीयत बिगड़ने लगी थी. उन्होंने कहा कि बंदी की तबीयत बिगड़ने के चलते मंगलवार को चालनी गार्ड के साथ उसे झालावाड़ के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान बंदी की मौत हो गई. जगदीश पूनिया ने बताया कि मृतक राजेश पंवार किसी मामले में वांछित चल रहा था और वारंट के बाद उसे न्यायालय ने न्यायिक अभिरक्षा में भेजा था.

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इधर परिजनों ने जेल प्रशासन पर मृतक के साथ मारपीट करने व यातनाएं देने का आरोप लगाया है. मृतक के भाई अनिल पवार ने बताया कि सोमवार को उनका भाई स्वस्थ रूप से जिला कारागृह में गया था. 24 घंटे के भीतर ही जेल प्रशासन के द्वारा उसकी मौत की सूचना दी गई. उन्होंने कहा कि मृतक के शरीर पर कुछ चोटें दिखाई दे रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन के द्वारा मृतक के साथ मारपीट या जेल में कुछ अनहोनी घटना हुई है. इसी कारण राजेश पवार की मौत हुई है. फिलहाल मृतक के शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. जहां बुधवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा गठित कमेटी की देखरेख में मृतक का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.

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