देहरादून: उत्तराखंड में पैरोल और अंतरिम जमानत पर जेलों से बाहर निकलने वाले कैदियों के मामले में जेल विभाग सख्त हुआ है. अब पुलिस भी इस मामले को लेकर हरकत में आ गई है. पुलिस अब ऐसे कैदियों की सूची बनाने जा रही है जो सभी प्रयासों के बाद अब तक ना तो खुद जेल में सरेंडर करने के लिए पहुंचे हैं और ना ही पुलिस की पकड़ में आये हैं. खास बात यह है कि पुलिस विभाग ऐसे कैदियों पर इनाम घोषित करने की भी तैयारी भी कर रहा है.
उत्तराखंड के ऐसे कैदियों पर अब इनाम घोषित किया जाएगा, जो लाख प्रयासों के बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. दरअसल ईटीवी भारत ने कैदियों के पैरोल और अंतरिम जमानत पर ताजा आंकड़ों के साथ प्रदेश भर में ऐसे कैदियों की स्थिति को सार्वजनिक किया था. इसके बाद अब न केवल जेल विभाग बल्कि पुलिस महकमा भी और ज्यादा हरकत में दिखाई दे रहा है. हालांकि, जेल विभाग ने पहले ही इसकी सूचना जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ ही शासन को भी दे दी थी.
आईजी जेल विमला गुंज्याल ने बताया कोरोना काल के दौरान पैरोल पर छोड़े गए 81 कैदी अब तक वापस नहीं आए हैं. इसी तरह अंतरिम जमानत लेकर जेल से बाहर आने वाले 512 कैदियों ने समय खत्म होने के बाद भी सरेंडर नहीं किया है. जाहिर है कि यह आंकड़ा उत्तराखंड के लिए चिंता पैदा करने वाला है. इस स्थिति में ऐसे कैदियों को ढूंढना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.
आईजी कानून व्यवस्था निलेश आनंद भरणे ने बताया जिन कैदियों को नहीं पकड़ा जा सका है ऐसे कैदियों पर जरूरत पड़ने पर इनाम घोषित किया जाएगा. ऐसे कैदियों को जल्द से जल्द पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि, इससे पहले जेल विभाग द्वारा इस मामले पर कैमरे के सामने कोई बात नहीं रखी जा रही थी लेकिन, अब पुलिस विभाग ने इस पर किए जा रहे प्रयासों को जाहिर किया है.
खास बात यह है कि इस मामले में अब शासन ने भी जेल विभाग और पुलिस मुख्यालय से बातचीत करते हुए इस पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं. सबसे ज्यादा चिंता कोरोना के समय पैरोल पर छोड़े गए कैदियों को लेकर है. ये सभी लंबे समय से अभी तक जेलों में नहीं लौटे हैं.