गिरिडीह: कोयला तस्करी गिरिडीह के लिए कोढ़ रहा है. अवैध कोयला खनन और इसका परिवहन होने से न सिर्फ कोलियरी को नुकसान होता है बल्कि आपराधिक मानसिकता वालों का मनोबल भी बढ़ता है. ऐसे में इस तरह के आर्थिक अपराध पर रोक लगाने के लिए गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा गंभीर रहे हैं. जिला में पदभार संभालते ही एसपी ने धनबाद समेत दूसरे जिले से अवैध कोयला लोडकर गिरिडीह के रास्ते बिहार-यूपी जाने वाले ट्रकों को पकड़ना शुरू किया.
एक के बाद एक कार्रवाई हुई. अब एसपी सीसीएल गिरिडीह एरिया क्षेत्र में संचालित अवैध कोयला खदानों को पूरी तरह से ध्वस्त करने के मूड में है. इसे लेकर एसपी ने पूरी योजना तैयार कर ली है. सभी एसडीपीओ के अलावा मुफ्फसिल, नगर, पचम्बा समेत सभी थानेदार को आवश्यक निर्देश दिया गया है. मुफ्फसिल थाना प्रभारी को सीसीएल के साथ मिलकर विशेष डोजरिंग अभियान चलाने को कहा गया है. साथ ही साथ कोयला लेकर जानेवाले वाहन को पकड़ने का निर्देश भी दिया है. एसपी ने स्पष्ट कहा है कि आर्थिक अपराध पर जीरो टोलरेंस रहेगा.
एक करोड़ का कोयला जब्त, 75 गए जेल
इधर, एसपी दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि अवैध कोयला को लेकर पुलिस सख्त और लगातार कार्रवाई कर रही है. पिछले एक वर्ष के दरमियान कोयला तस्करी को लेकर 64 कांड अंकित करते हुए 75 लोगों को जेल भेजा गया. वहीं, 33 ट्रक, 70 बाइक, 12 पिकअप, एक हाइवा, एक ट्रेक्टर, एक 407, 14 साइकिल, 04 बैलगाड़ी को जब्त किया गया. जबकि 1268.56 टन कोयला भी जब्त किया गया. वहीं, सीसीएल के साथ मिलकर 995 अवैध खदानों को भरा गया. साथ ही लोगों को चेतावनी दी गई थी कि अवैध माइंस को बंद करने के बाद इसे खोलने वाले लोगों पर विशेष कार्रवाई होगी.
तस्करों के साथ इलाके की पहचान
एसपी के निर्देश के बाद मुफ्फसिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने उन इलाकों की पहचान शुरू कर दी है जिस इलाके में इलीगल माइनिंग हो रही है. इसके साथ ही उन लोगों की भी पहचान की गई है जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अवैध खनन और परिवहन में शामिल हैं. जिन लोगों के खिलाफ पूर्व में एफआईआर दर्ज की गई है वे क्या कर रहे हैं इसकी भी जांच की जा रही है.
अन्य जिले के तस्करों की तोड़ी कमर
बता दें कि गिरिडीह में बतौर पुलिस अधीक्षक का पद संभालते हुए दीपक कुमार शर्मा ने पहला वार कोयला तस्करों पर ही किया था. चूंकि पहले धनबाद और दूसरे जिले से अवैध लोडिंग कोयला ट्रक गिरिडीह होते हुए यूपी - बिहार जाया करता था. इसमें पासिंग का खेल भी खूब चलता था. गिरिडीह एसपी ने ऐसे ट्रकों को पकड़ना शुरू किया. इसके लिए दिल्ली-कोलकाता नेशनल हाईवे पर कुलगो टॉल प्लाजा के पास बजाप्ता पुलिस पदाधिकारी की तैनाती कर दी गई. यहां ट्रकों को जांचा जाने लगा तो कोयला माफियाओं ने गिरिडीह का रूट ही छोड़ दिया.
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