शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में एक राज्यसभा सीट के लिए मतदान हो चुका है. सभी 68 विधायकों ने अपना मतदान कर दिया हैं. हालांकि, सीएम सुक्खू को क्रॉस वोटिंग का डर जरूर सता रहा है. वहीं, कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी कांग्रेस विधायकों की नाराजगी की बात कबूली है. उन्होंने कहा पार्टी के विधायक अंतरात्मा की आवाज सुनकर पार्टी के ही पक्ष में वोट देंगे. हालांकि, भाजपा के लोग धन बल का प्रयोग करने में माहिर हैं. कई विधायकों में नाराजगी है, लेकिन जल्द ही उन्हें मना कर पार्टी को मजबूत करने की भी बात कही.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा केंद्र सरकार के दम पर भाजपा प्रत्याशी आश्वस्त नजर आ रहे हैं, लेकिन मामला अंक का है. कांग्रेस के विधायक अंतरात्मा की आवाज सुनकर पार्टी के पक्ष में मतदान करेंगे. भाजपा प्रत्याशी के मैदान उतरने से मुश्किल जरूर बढ़ी है, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी की ही जीत होगी. भाजपा के लोग धन बल का प्रयोग करते हैं. बीते शाम कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक की हुई, जिसमें विधायकों ने कोई नाराजगी नहीं जताई है. ऐसे में अंततः सभी विधायक पार्टी के स्टैंड के साथ खड़े नजर आएंगे.
वहीं कांग्रेस विधायकों की पार्टी से नाराजगी पर प्रतिभा सिंह ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा पार्टी के कुछ विधायकों में नाराजगी जरूर है, लेकिन अंततः सब इकट्ठे होकर पार्टी को मजबूत करेंगे. जब कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी तो नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी उम्मीद थी की उन्हें सरकार में उचित स्थान मिलेगा. इस दौरान प्रतिभा सिंह ने उदाहरण के तौर पर राजिंदर राणा का जिक्र किया. उन्होंने कहा जब पार्टी सरकार में आई तो उन्हें भी सरकार में स्थान की उम्मीद थी.
प्रतिभा सिंह ने कहा राजेंद्र राणा ने भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल को शिकस्त दी थी. लेकिन हमीरपुर जिला से सरकार में प्रतिनिधित्व के चलते उन्हें वो स्थान नहीं मिल पाया. हालांकि मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि उन्हें भी उचित स्थान पर एकोमोडेशन किया जाएगा. प्रतिभा सिंह ने कहा विधायकों को पार्टी में उचित स्थान दिया जाएगा. ऐसे में जो विधायक नाराज चल रहे थे, उन्हें भी मानने का काम किया गया है और पार्टी मजबूत रहेगी.
वहीं, अभिषेक मनु सिंह को हिमाचल प्रदेश से कांग्रेस राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने पर भी प्रतिभा सिंह ने प्रतिक्रिया दी. प्रतिभा ने कहा मनु सिंघवी देश के जाने-माने वकीलों में से एक हैं. पार्टी हाईकमान की ओर से उन्हें प्रत्याशी चुना गया है. ऐसे में उस पर प्रतिक्रिया देना भी गलत है. हम सभी का दायित्व है कि पार्टी हाईकमान की ओर से जो प्रत्याशी तय किया गया है, सब उसका समर्थन करें.
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