कोटा. कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल ने पुलिस पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. इसके तहत गुंजल देर रात 11:20 बजे कोटा सिटी एसपी ऑफिस पहुंचे, जहां उन्होंने धरना शुरू कर दिया. बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता वहां मौजूद होकर धरना देने लगे. शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी ने वहां पहुंचकर कई दौर की वार्ता की, फिर देर रात एसपी के आश्वासन के बाद धरना रात ढ़ाई बजे खत्म हुआ.
इसके बाद प्रहलाद गुंजल ने बुधवार सुबह 10 बजे घटोत्कच सर्किल से जन संघर्ष और जन समर्थन यात्रा की घोषणा की. यह यात्रा घटोत्कच सर्किल से सिटी एसपी ऑफिस तक पहुंचेगी. गुंजल ने नया आरोप लगाया कि प्रशासन और पुलिस भाजपा के इशारे पर काम कर रही है. इलेक्शन कमीशन को भी कई शिकायत पत्र भेजे गए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र में सभी थानों में डीएसटी टीम बनाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पकड़ने के लिए उनके घरों पर छापे मारे गए हैं, ताकि कांग्रेस का काम नहीं हो सके. करीब 40 कार्यकर्ताओं को सोते-खाते हुए उठाकर थानों में ले जाया गया और उन्हें बंद कर दिया गया है. गुंजल ने कहा कि पुलिस में दम है तो मेरी छाती पर गोली मार दें, मेरी लाश भी कोटा-बूंदी से चुनाव जीत जाएगी. लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था भी चुप बैठी हुई है.
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एसपी ने कही ये बात : कोटा शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन का कहना है कि निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक चुनाव के लिए आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के खिलाफ कार्रवाई नियमित प्रक्रिया है. आचार संहिता के बाद चुनाव आयोग को रोज कार्रवाई का ब्यौरा भेजा जाता है. पुलिस ने बीते दिनों हिस्ट्रीशीटर और 25 आपराधिक व्यक्तियों को पाबंद कराया है, कोटा शहर पुलिस शांतिपूर्वक व निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है.
पर्यवेक्षकों से मिलने गया कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल : कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष राखी गौतम, शहर जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, शिवकांत नंदवाना, प्रदेश प्रवक्ता अनूप ठाकुर, क्रांति तिवारी, नरेश मीणा, महापौर मंजू मेहरा, उप महापौर पवन मीणा व सोनू कुरैशी, लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू सहित अन्य नेता शामिल थे, ये सब सर्किट हाउस पर देर रात 12 बजे पर्यवेक्षक से मिलने पहुंचे. इसके बाद वापस धरने पर आकर बैठ गए. इस दौरान गुंजल ने रात का भोजन भी धरने पर ही देर रात 12:30 बजे किया. इधर, कोटा शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन देर रात 2:20 बजे धरनास्थल पर पहुंची, जहां उन्होंने धरना दे रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और प्रत्याशी गुंजल से वार्ता की. इस दौरान डॉ. दुहन ने कहा कि पुलिस किसी भी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता को देखकर कार्रवाई नहीं करती है, बल्कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. अगर आपको लगता है कि कोई कार्यकर्ता है तो मुझे बताए. मैं एक्शन लूंगी. साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि हम केवल अपराधी को देखकर कार्रवाई करेंगे.