मंडी: हिमाचल प्रदेश में सातवें चरण में 1 जून को लोकसभा चुनाव होना है. इसके साथ ही 6 विधानसभा सीटों पर इसी दिन उपचुनाव भी होना है, लेकिन इससे पहले मंडी संसदीय क्षेत्र के 11,703 ऐसे मतदाता हैं, जो 21 मई से लेकर 29 मई के बीच अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.
इन 11,703 मतदाताओं में 85 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्ग, दिव्यांग और आवश्यक सेवाओं वाले कर्मचारी शामिल हैं. ये सभी पोस्टल बैलेट के तहत मतदान करेंगे. जिला निर्वाचन अधिकारी मंडी अपूर्व देवगन ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे मंडी संसदीय क्षेत्र में वोटर फैसिलिटेशन सेंटर के लिए मोबाइल टीमों का गठन किया गया है. मोबाइल टीमें मतदाता के घर पर जाएंगी और वहां पर एसओपी के तहत मतदान अधिकारी, पुलिस और कैमरे की निगरानी में मतदान की प्रक्रिया संपन्न करवाएंगे.
जिला निर्वाचन अधिकारी अपूर्व देवगन ने बताया कि जो भी प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं उन्हें इस संदर्भ में जानकारी दे दी गई है. जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा जिन लोगों ने घर पर मतदान के लिए आवेदन किया है. वे सभी अपने संबंधित चुनाव अधिकारी से इसके लिए संपर्क कर सकते हैं.
वहीं, मोबाइल टीम के घर-घर जाने पर अगर कोई मतदाता किन्हीं कारणों से उस वक्त घर पर नहीं मिलता तो फिर उसके बाद एक और बार यह टीम संबंधित मतदाता के घर जाएगी. अधिकतम दो बार ही यह टीम किसी मतदाता के घर पर भेजी जाएगी. जिला निर्वाचन अधिकारी ने लोगों से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की अपील की है. बता दें कि मंडी संसदीय सीट से बीजेपी प्रत्याशी कंगना रनौत और कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य के बीच मुकाबला है.
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