दुर्ग : उतई नगर पंचायत क्षेत्र में शीतला तालाब गहरीकरण और सौंदर्यीकरण को लेकर चल रहा विवाद कुछ समय के लिए थम गया है.तालाब के गहरीकरण के काम को रुकवाने के लिए महिलाएं लामबंद हुईं.महिलाओं ने पहले पंचायत भवन का घेराव किया.फिर पैदल मार्च करते हुए शीतला तालाब को घेर लिया.इसके बाद उतई थाना पुलिस अफसरों का दल तालाब के पास पहुंचा.जिन्हें महिलाओं ने खूब खरी खोटी सुनाई.
महिलाओं का कहना है कि तालाब की खुदाई बंद कराने के लिए ना तो पार्षद सुन रहे हैं और ना ही अध्यक्ष. तालाब खुदाई के कारण अब खदान बन चुकी है.जिससे कारण कई तरह का खतरा पैदा हो चुका है. बताया जा रहा है कि नगर पंचायत अध्यक्ष ने भारतमाला प्रोजेक्ट के लिए नगर पंचायत अध्यक्ष समेत सभी वार्डों के पार्षदों ने मिलकर तालाब खोदने की अनुमति दे दी.
''जो ठेकेदार तालाब खोद रहा है उसे तालाब गहरीकरण की कोई समझ नहीं है.अब ये तालाब खदान के रूप में बदल चुका है.जिसके कारण कई तरह की दुर्घटनाओं हो सकती है.''- रजनी,ग्रामवासी
तालाब को समतल करने का भरोसा : अब विरोध के बाद अधिकारियों ने ग्रामीणों के मुताबिक तालाब को समतल करने की बात कही. तालाब की अव्यवस्थित खुदाई और तालाब के भीतर अनेक जगहों पर गहरे खाई नुमा गढ्ढे खोदे जाने से तालाब बर्बाद हो चुका है. तालाब में पानी भर भी दिया जाय तो निस्तारी करने वालों की जान को हमेशा खतरा बना रहेगा.कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.