जयपुर : राजस्थान के यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने हाल में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की बात कहते हुए एक बयान दिया. उन्होंने जिन लोगों के तीन से ज्यादा बच्चे हैं, उन्हें सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं दिए जाने की बात कही. इसके बाद प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून पर चर्चा तेज है.
इस चर्चा में भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य भी कूद पड़े. उन्होंने कहा कि अब अनगिनत नहीं चलेगा. जनसंख्या कानून को शीघ्र लागू करने की आवश्यकता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह किसी विशेष समुदाय को टारगेट करने की बात नहीं है. अल्पसंख्यक समुदाय के नेता असदुद्दीन ओवैसी खुद कहते हैं कि सिर्फ आबादी बढ़ाओ. ऐसे में इस तरह की बातों पर विराम लगना चाहिए और अब समय आ गया है, जब सबको समझना पड़ेगा. सबका विकास तभी संभव होगा, जब सबका साथ मिलेगा.
कानून का स्वागत करेंगे : हालांकि, बीजेपी विधायक और मंत्री के इस बयान पर विपक्ष हमलावर है. उन्होंने इसे समाज को बांटने वाला बयान बताते हुए कहा कि ये बयान अल्पसंख्यक समुदाय को टारगेट करते हुए दिया गया है. कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार राजनीतिक दृष्टिकोण से किसी वर्ग विशेष को टारगेट करने की बात करती है. हालांकि, यदि जनसंख्या नियंत्रण कानून आता है, तो वो उसका स्वागत करेंगे, लेकिन बीजेपी की मुख्य भावना जनसंख्या नियंत्रण से किसी समुदाय विशेष को टारगेट करने की है. ये कानून को जातिगत आधार पर मोड़ देना चाहते हैं, जो निंदनीय है.