पटना: बिहार में लोकसभा की 40 सीटों में से एनडीए ने 30 सीटों पर कब्जा जमाया है. जदयू ने 12 सीटों पर जीत हासिल की है. इस बार बीजेपी को अकेले दम पर बहुमत प्राप्त नहीं हुआ है. ऐसे में जदयू और अन्य सहयोगियों की मदद लेना बीजेपी के लिए जरूरी हो गया है. जदयू सरकार में शामिल होगी यह तो तय माना जा रहा है, लेकिन जदयू की तरफ से डिमांड भी शुरू हो गया है.
क्या कहा जदयू नेता नेः जदयू नेता बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे हैं. आज पांच जून को पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा की बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना जरूरी है. विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बिहार नीतीश कुमार के नेतृत्व में लगातार डबल डिजिट में ग्रोथ कर रहा है, विकसित राज्यों से भी बिहार का प्रदर्शन बेहतर है, इसके बावजूद बिहार में सबसे अधिक गरीबी है.
क्यों जरूरी है विशेष राज्य का दर्जाः विजय चौधरी ने कहा कि पिछले डेढ़ दशक से सबसे सुशासित राज्यों में बिहार का नाम लिया जाता है, लेकिन आज भी विकसित राज्यों से हम काफी पीछे हैं. विजय कुमार चौधरी ने कहा कि कई राज्यों के पास खनिज संपदा है तो कई राज्यों के पास हजारों किलोमीटर का समुद्री इलाका है. भौगोलिक रूप से बिहार इस मामले में पीछे है. इसलिए बिहार के विकास के लिए विशेष राज्य और विशेष मदद की जरूरत है.
विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर सियासतः बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर 22 नवंबर 2023 को केन्द्र सरकार से अनुरोध करने का प्रस्ताव पारित किया था. पहली बार बिहार सरकार की तरफ से इस तरह का प्रस्ताव पारित किया गया. इससे पहले नीतीश कुमार प्रधानमंत्री को पत्र लिखे थे कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए. यह मांग जब की गयी थी उस वक्त नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ थे. इस वक्त वो एनडीए खेमे में हैं.
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