भोपाल। मध्यप्रदेश में सोयाबीन उत्पादक किसान गुस्से में हैं. ये किसान सोयाबीन के रेट को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. किसानों के गुस्से को भांपते हुए सरकार ने सोयाबीन का एमएसपी पर खरीदी का आदेश जारी कर मामले की संभालने की कोशिश की लेकिन बात बनती नहीं दिख रही है. बता दें कि राज्य सरकार ने सोयाबीन पर एमएसपी बढ़ाकर 4892 रुपए प्रति क्विंटल खरीदने की घोषणा की है. इसके बावजूद मध्य प्रदेश में किसानों का आंदोलन जारी है. किसान 6,000 रुपए प्रति क्विंटल रेट करने की मांग पर अड़े हैं.
फर्जी पत्र वायरल होते ही किसान होने लगे भ्रमित
सोयाबीन का एमएसपी किसानों की मांग के अनुसार करने के लिए कांग्रेस भी आगे बढ़ी है. इस दौरान सोशल मीडिया पर किसी ने एक फर्जी पत्र जारी कर दिया. इस पत्र में सोयाबीन की खरीदी 5789 रुपए प्रति क्विंटल करने की बात ही गई है. इससे किसानों में भ्रम की स्थिति फैल गई. क्योंकि सरकार ने 4892 रुपए प्रति क्विंटल के दर से खरीदी की अनुमति दी है. वहीं, राज्य सरकार ने तुरंत सक्रिय होकर साफ किया कि ये पत्र फर्जी है. ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी सरकार ने दी.
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सरकार ने किसानों को भ्रमित नहीं होने की सलाह दी
सोयाबीन खरीदी का रेट 5789 रुपए प्रति क्विंटल होने वाले फर्जी पत्र को लेकर किसान कल्याण और कृषि विकास के सचिव एम. सेल्वेंद्रन का कहना है "सोशल मीडिया पर वर्ष 2024 -25 के लिए सोयाबीन की एमएसपी बढ़ाने संबंधी फर्जी पत्र वायरल हो रहा है. यह पत्र पूर्णत: फर्जी है. फर्जी पत्र को वायरल करके भ्रामक जानकारी फैलाने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी." किसानों को ऐसे शराररती तत्वों से सावधान रहने की सलाह सरकार ने दी है.