अररिया : बिहार के अररिया में आरजेडी प्रत्याशी शाहनवाज आलम के आवास पर पुलिस की छापेमारी की सूचना से कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया. बात फैली कि उनके निजी सचिव को पुलिस साथ ले गई. लेकिन पुलिस पदाधिकारी का कहना है कि कोई छापेमारी नहीं की गई.
RJD प्रत्याशी के आवास के बाहर जमा थी भीड़ : जानकारी के अनुसार, नगर थाना की पुलिस को सूचना मिली थी कि आरजेडी प्रत्याशी सह पूर्व मंत्री शाहनवाज आलम के मीर नगर स्थित आवास के सामने लोगों की भीड़ जमा है. जिस कारण आवागमन बाधित हो रहा है. इसी सूचना पर नगर थाना से दो वाहनों में सवार पुलिस जवान उनके आवास पर पहुंची थी.
चिम्पू को वैन में बिठाकर ले गई पुलिस : मौके पर पुलिस पदाधिकारी ने वहां मौजूद प्रत्याशी के निजी सचिव सादिक हाशमी उर्फ चिम्पू को हिदायत दी कि इस भीड़ को जल्द हटाये. उसके बाद पुलिस ने चिम्पू को अपने वाहन में बिठाकर नगर थाना ले गई. जहां आवश्यक पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया.
'मुझसे पीआर बॉन्ड भरवाकर छोड़ा' : शाहनवाज आलम के निजी सचिव सादिक हाशमी उर्फ चिम्पू ने बताया कि, ''आवास के सामने कार्यकर्ताओं की भीड़ थी. उसी की सूचना पर पुलिस पहुंची. मुझे भीड़ हटाने को कहा और मुझे अपने साथ थाना ले गई. जहां नगर थाना अध्यक्ष मनीष रजक ने पूछताछ कर वरीय अधिकारी के आदेश पर पीआर बॉन्ड भरवाकर मुझे छोड़ दिया.''
'छापेमारी की बात सरासर गलत' : इस मामले में सदर एसडीपीओ एएसपी रामपुकार सिंह ने बताया कि, ''छापेमारी की बात सरासर गलत है. नगर थाना को सड़क पर भीड़ होने की सूचना मिली थी. उसी सूचना पर थाना से पुलिस टीम मिरनगर आवास पर गई थी. वहां भीड़ को हटवाया गया और पुलिस टीम वहां से चली आई. छापेमारी बिना एसपी के आदेश के नहीं होती है. अगर छापेमारी होती तो उस टीम में मैं जरूर होता. छापेमारी की बात गलत है.''
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