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स्कूल में बच्चे की हत्या में नया मोड़; पुलिस ने अब 8वीं के छात्र को बनाया आरोपी - HATHRAS NEWS

23 सितंबर को हुई थी कक्षा 2 के छात्र की हत्या, पुलिस ने स्कूल प्रबंधक सहित 5 को किया था गिरफ्तार.

हाथर में बच्चे की हत्या मामले में पुलिस की थ्योरी बदल गई है.
हाथर में बच्चे की हत्या मामले में पुलिस की थ्योरी बदल गई है. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 13 hours ago

हाथरस: करीब तीन माह पहले स्कूल में कक्षा 2 के छात्र कृतार्थ की हत्या के मामले में पूरी कहानी ही बदल गई है. इस मामले में पुलिस ने पहले स्कूल के प्रबंधक दिनेश और उसके पिता जशोधन सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. अब पुलिस ने चार्जशीद में स्कूल के ही कक्षा 8 के एक छात्र को आरोपी बनाया है. साथ ही पांचों आरोपियों को क्लीन चिट दे दी है. इधर, पांचों आरोपियों को कोर्ट से जमानत भी मिल गई है. हालांकि जिस बच्चे की हत्या हुई, उसके परिजन पुलिस पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं.

हाथर में बच्चे की हत्या मामले में परिजनों ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं. (Video Credit; ETV Bharat)

पुलिस ने डीएल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक और उनके पिता सहित पांच आरोपियों को सबूत मिटाने और अपराध की सूचना न देने का दोषी माना है. चार्जशीट में पुलिस ने कहा है कि आरोपी छात्र मोबाइल चलाने का आदी था. वह स्कूल से छुट्टी चाहता था. उसका मन नहीं लगता था. इसीलिए उसने कक्षा 2 के छात्र कृतार्थ की अंगोछे से गला घोंटकर हत्या कर दी. पुलिस ने स्कूल के पीछे झाड़ियां से अंगोछा बरामद किया. पुलिस ने इस मामले में स्कूल के प्रबंधक दिनेश और उसके तांत्रिक पिता जशोधन सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. अब विवेचना के बाद पुलिस ने हत्याकांड में शामिल 13 साल के छात्र को दोषी मानते हुए उसे हिरासत में लेकर बाल सुधार ग्रह भेज दिया है. स्कूल के मैनेजर सहित पूर्व में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों को बीते मंगलवार को जमानत मिल गई है. पुलिस की इस विवेचना से कृतार्थ के परिवारीजन संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है कि पुलिस ने गलत चार्जशीट दाखिल की है. वह इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए कानूनी मदद लेंगे. छात्र कृतार्थ के ताऊ घनश्याम ने बताया कि हमारे साथ जो हुआ है, वह गलत हुआ है. चार्जशीट गलत लगाई गई है. प्रबंधक दिनेश बघेल ने बोला भी था कि हम चार-पांच लोगों ने गला दबाकर बच्चे को मार दिया.

इस मुकदमे में आरोपी बचाव पक्ष के वकील पार्थ गौतम ने बताया कि पहले विवेचक ने प्रबंधक सहित चार निर्दोष लोगों को जेल भेज दिया था. अब जब दूसरे विवेचक ने इस मामले निष्पक्ष जांच की और हत्या की धाराओं को लोप करते हुए रिमांड न्यायालय में पेश किया, उसके बाद आरोप पत्र का संज्ञान लिया गया है. संज्ञान के बाद हमने बेल एप्लीकेशन पेश की. पांच आरोपियों को बेल मिली है. बताया कि हत्यारोपी छात्र बाल अपचारी है. वह ऑनलाइन गलत वीडियो ज्यादा देखता था. वह इस समय बाल गृह में है. कोर्ट ने हत्या के आरोप में जेल में बंद 5 आरोपियों को जमानत दी है. उसमें भी विवेचना प्रचलित है.

बता दें कि जिले के थाना सहपऊ क्षेत्र के डीएल पब्लिक स्कूल के हॉस्टल में 23 सितंबर को 11 साल के छात्र कृतार्थ की हत्या हुई थी. पुलिस ने इस मामले में बच्चे के पिता की तहरीर पर स्कूल के प्रबंधक दिनेश सहित 5 अभियुक्तों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार किया था. मामले में पुलिस ने विवेचना के बाद 23 दिसंबर को चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमे छात्र कृतार्थ की हत्या के लिए एक नाबालिक छात्र को ही जिम्मेदार ठहराया गया है.

यह भी पढ़ें : 400 साल पुराना मुगल बादशाह जहांगीर का हमाम चर्चा में क्यों? जानिए इसका इतिहास - HISTORY OF JAHANGIR HAMMAM

हाथरस: करीब तीन माह पहले स्कूल में कक्षा 2 के छात्र कृतार्थ की हत्या के मामले में पूरी कहानी ही बदल गई है. इस मामले में पुलिस ने पहले स्कूल के प्रबंधक दिनेश और उसके पिता जशोधन सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. अब पुलिस ने चार्जशीद में स्कूल के ही कक्षा 8 के एक छात्र को आरोपी बनाया है. साथ ही पांचों आरोपियों को क्लीन चिट दे दी है. इधर, पांचों आरोपियों को कोर्ट से जमानत भी मिल गई है. हालांकि जिस बच्चे की हत्या हुई, उसके परिजन पुलिस पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं.

हाथर में बच्चे की हत्या मामले में परिजनों ने पुलिस पर सवाल उठाए हैं. (Video Credit; ETV Bharat)

पुलिस ने डीएल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक और उनके पिता सहित पांच आरोपियों को सबूत मिटाने और अपराध की सूचना न देने का दोषी माना है. चार्जशीट में पुलिस ने कहा है कि आरोपी छात्र मोबाइल चलाने का आदी था. वह स्कूल से छुट्टी चाहता था. उसका मन नहीं लगता था. इसीलिए उसने कक्षा 2 के छात्र कृतार्थ की अंगोछे से गला घोंटकर हत्या कर दी. पुलिस ने स्कूल के पीछे झाड़ियां से अंगोछा बरामद किया. पुलिस ने इस मामले में स्कूल के प्रबंधक दिनेश और उसके तांत्रिक पिता जशोधन सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. अब विवेचना के बाद पुलिस ने हत्याकांड में शामिल 13 साल के छात्र को दोषी मानते हुए उसे हिरासत में लेकर बाल सुधार ग्रह भेज दिया है. स्कूल के मैनेजर सहित पूर्व में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों को बीते मंगलवार को जमानत मिल गई है. पुलिस की इस विवेचना से कृतार्थ के परिवारीजन संतुष्ट नहीं हैं. उनका कहना है कि पुलिस ने गलत चार्जशीट दाखिल की है. वह इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए कानूनी मदद लेंगे. छात्र कृतार्थ के ताऊ घनश्याम ने बताया कि हमारे साथ जो हुआ है, वह गलत हुआ है. चार्जशीट गलत लगाई गई है. प्रबंधक दिनेश बघेल ने बोला भी था कि हम चार-पांच लोगों ने गला दबाकर बच्चे को मार दिया.

इस मुकदमे में आरोपी बचाव पक्ष के वकील पार्थ गौतम ने बताया कि पहले विवेचक ने प्रबंधक सहित चार निर्दोष लोगों को जेल भेज दिया था. अब जब दूसरे विवेचक ने इस मामले निष्पक्ष जांच की और हत्या की धाराओं को लोप करते हुए रिमांड न्यायालय में पेश किया, उसके बाद आरोप पत्र का संज्ञान लिया गया है. संज्ञान के बाद हमने बेल एप्लीकेशन पेश की. पांच आरोपियों को बेल मिली है. बताया कि हत्यारोपी छात्र बाल अपचारी है. वह ऑनलाइन गलत वीडियो ज्यादा देखता था. वह इस समय बाल गृह में है. कोर्ट ने हत्या के आरोप में जेल में बंद 5 आरोपियों को जमानत दी है. उसमें भी विवेचना प्रचलित है.

बता दें कि जिले के थाना सहपऊ क्षेत्र के डीएल पब्लिक स्कूल के हॉस्टल में 23 सितंबर को 11 साल के छात्र कृतार्थ की हत्या हुई थी. पुलिस ने इस मामले में बच्चे के पिता की तहरीर पर स्कूल के प्रबंधक दिनेश सहित 5 अभियुक्तों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार किया था. मामले में पुलिस ने विवेचना के बाद 23 दिसंबर को चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमे छात्र कृतार्थ की हत्या के लिए एक नाबालिक छात्र को ही जिम्मेदार ठहराया गया है.

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