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पूर्व कर्मचारी निकला डकैती का असल 'खिलाड़ी', घर के नौकर ने भी किया था खेल, तिहाड़ जेल में लिखी थी स्क्रिप्ट - Dehradun Dalanwala robbery case

देहरादून में बीती 24 मई को हुए डकैती कांड में दिल्ली के बड़े गिरोह के सरगाना का नाम सामने आया है, जिस पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं तीन अन्य आरोपी भी पुलिस के हाथ आए है. घर में डकैती बदले की नियत से डाली गई थी. महिला का पूर्व कर्मचारी ही इस पूरे डकैतीकांड का सूत्रधार निकाला है, जो अभी फरार है. पढ़ें पूरी खबर....

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देहरादून पुलिस ने किया डकैती का खुलासा. (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 28, 2024, 5:41 PM IST

Updated : May 28, 2024, 7:31 PM IST

पूर्व कर्मचारी निकला डकैती का असल 'खिलाड़ी' (ईटीवी भारत.)

देहरादून: राजधानी देहरादून के डालनवाला कोतवाली क्षेत्र में बीती 24 मई को हुई डकैती कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में देहरादून पुलिस ने दिल्ली के कुख्यात गैंग के मास्टर मांइड सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मास्टर मांइड समेत दो आरोपियों को दिल्ली और अन्य दो आरोपियों को देहरादून से गिरफ्तार किया है. हालांकि अभी भी तीन आरोपी फरार है, जिनकी पुलिस तलाश में जुटी हुई है. देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने पूरे मामले का खुलासा किया.

पूर्व कर्मचारी ने बदले की भावना से डलवाई थी डकैती: देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपियों ने तिहाड़ जेल ही में डकैती की प्लानिग की थी. हालांकि इस डकैती का सूत्रधार मेरठ के सरधना का रहने वाला सागर सोम निकला. सागर सोम पीड़िता सुमिति सोईन के साथ कन्स्ट्रक्शन साइट पर काम करता था. सागर सोम का कहना है कि सुमिति सोईन ने हिसाब-किताब में हेरा-फेरी कर उसके दो लाख रुपए हड़प लिए थे. सागर सोम सुमिति सोईन को सबक सीखाना चाहता था, इसीलिए उसने सुमिति सोईन ने घर में डकैती डलवाई.

24 मई को डाली थी घर में डकैती: पुलिस ने बताया कि चन्द्रलोक कॉलोनी डालनवाला के रहने वाले प्रणव सोईन ने 24 मई को पुलिस को तहरीर दी थी. तहरीर में उन्होंने पुलिस को बताया था कि उनकी अनुपस्थिति में तीन अज्ञात बदमाश उनके घर में घुसे थे. बदमाशों ने सबसे पहले घर में मौजूद उनकी माता सुमिति सोईन और नौकरानी मीता के हाथ-पैर बांध दिए और फिर घर में रखी नकदी और दो मोबाइल फोन को लेकर फरार हो गए थे.

सीसीटीवी फुटेज में दिखे थे चार संदिग्ध: पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की. साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. पुलिस न सिर्फ आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, बल्कि इलाके में भी कई लोगों से पूछताछ कर कुछ अहम जानकारी एकत्र की.

पुलिस के मुताबिक जब बारिकी से सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई तो वारदात स्थल के आसपास चार संदिग्ध लोग दिखाई दिए. उन संदिग्धों को तस्वीरों को पुलिस ने सोशल मीडिया, नेशनल पुलिस ग्रुप और अन्य राज्यों की पुलिस से साझा किया तो सामने आया है कि फुटेज में दिख रहे सभी लोग दिल्ली के सक्रिय गैग के सदस्य है.

आरोपी राजेश और रिकू आए पुलिस के हाथ: आरोपियों की पहचान होने के बाद डालनवाला कोतवाली पुलिस और एसओजी देहरादून की संयुक्त टीम को दिल्ली भेजा गया. काफी प्रयासों और मुखबीर की सूचना पर दो लोग पुलिस के हाथ आए, जिनका नाम राजेश कुमार बंसल उर्फ निवासी रोहिणी और रिंकू कुमार उर्फ हरीश निवासी खजूरीखास. दोनों के पास लूट गए मोबाइल फोन और 1100 रुपए नकदी बरामद हुई है.

तिहाड़ जेल में बनी थी डकैती की योजना: पुलिस पूछताछ में राजेश ने बताया कि वो तिहाड़ जेल में बंद था, तभी उसने रिंकू, प्रेम और मोहित के साथ दिसंबर 2023 में देहरादून में डकैती की योजना बनाई थी. तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद उनकी मुलाकात मेरठ जिले के सरधना के रहने वाले सागर सोम से हुई थी. सागर सोम पहले प्रणव सोईन के यहां काम करता था.

सागर सोम ने बताया सुमिति सोईन का रास्ता: सागर सोम ने राजेश कुमार को बताया था कि देहरादून की चन्द्रलोक कॉलोनी में सुमिति सोईन रहती है, जो काफी पैसे वाली है. उसके पति कe कुछ समय पहले ही देहांत हुआ है. महिला अपने बेटे के साथ घर पर अकेली रहती है. सागर पहले महिला के साथ कन्स्ट्रक्शन साइट पर काम करता था, लेकिन काम पूरा होने के बाद सुमितf सोईन ने हिसाब किताब में हेरी-फेरी कर सागर को दो लाख रुपए हड़प लिए थे, तभी से सागर उस महिला को सबक सिखाना चाहता था.

आरोपियों ने घर को नौकर को अपने साथ मिलाया: पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने सुमिति सोईना के नौकर संजीव को भी लालच देकर अपने साथ मिला लिया था. आरोपियों ने पहले अप्रैल साल 2024 में सुमिति सोईना के घर की रैकी की, उसके बाद अप्रैल में ही उन्होंने डकैती डालने का प्रयास किया, लेकिन उसमें वो कामयाब नहीं हो पाए.

नौकर से ग्रीन सिग्नल मिलते ही डाली डकैती: पुलिस के अनुसार इसके बाद 24 मई को सभी आरोपी देहरादून के गांधी पार्क में फिर से इकट्टा हुए. इसके बाद घर के नौकर संजीव ने आरोपियों को फोन किया. जैसे ही आरोपियों को संजीव से ग्रीन सिग्नल वे साईलोक कालोनी महिला के घर पहुंच गए. यहां प्रेम तो घर के बाहर खड़ा होकर इधर-उधर निगरानी करता था, जबकि राजेश, रिंकू और एक अन्य आरोपी ने घर में घुसकर डकैती डाली. डकैती डालने के बाद चारों आरोपी ऑटो ई-रिक्शा कर मौके से फरार हो गए.

सात लोगों में मिलकर दिया था डकैती को अंजाम: एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जांच के बाद इस मुकदमें में कुल साल लोग शामिल पाए गए है, जिस वजह से मुकदमा लूट की धारा से डकैती का धाराओं में दर्ज किया गया. आरोपियों को सिम कार्ड उपलब्ध कराने वाले तीसरे आरोपी मोहित गंगवार को सैलाकुई में उसके प्लैट से गिरफ्तार किया गया है. जिसके कब्जे से आरोपी रिंकू और राजेश के तमंचे बरामद किये गये.

तीन आरोपी अभी भी फरार: डकैती की घटना में शामिल होने के कारण घर के नौकर संजीव को भी पुलिस टीम ने दबिश देकर देहरादून से गिरफ्तार किया है. वहीं रिंकू और राजेश को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. हालांकि अभी तीन आरोपी सागर सोम, प्रेम थापा और अज्ञात फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है.

राजेश पर हत्या, लूट और अपरहण जैसे मुकदमें दर्ज: पुलिस ने बताया कि राजेश कुमार का आपराधिक इतिहास रहा है. राजेश कुमार पर दिल्ली में ही शीशपाल नाम के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या करने का भी आरोप है. इसके अलावा राजेश कुमार ने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक व्यक्ति के अपहरण और बाद में हत्या का भी आरोप है.

इतना ही नहीं राजेश अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर लूट भी कर चुका है. वहीं कई अन्य आपराधिक मामलों में भी राजेश के ऊपर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में कई मुकदमें दर्ज है. दिल्ली के द्वारिका थाने में राजेश पर कैश वैन से डेढ करोड की लूटने का मुकदमा भी दर्ज है.

वहीं, आरोपी मोहित गंगवार साइबर कैफे चलाता था. आरोपी रिंकू कुमार ने अपने साथियों के साथ मिलकर मन्नापुरम गोल्ड से 9 किलो सोने की लूट की घटना को अजांम दिया, जिसके संबध में थाना शालीमार बाग में मुकदमा दर्ज है.

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पूर्व कर्मचारी निकला डकैती का असल 'खिलाड़ी' (ईटीवी भारत.)

देहरादून: राजधानी देहरादून के डालनवाला कोतवाली क्षेत्र में बीती 24 मई को हुई डकैती कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में देहरादून पुलिस ने दिल्ली के कुख्यात गैंग के मास्टर मांइड सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मास्टर मांइड समेत दो आरोपियों को दिल्ली और अन्य दो आरोपियों को देहरादून से गिरफ्तार किया है. हालांकि अभी भी तीन आरोपी फरार है, जिनकी पुलिस तलाश में जुटी हुई है. देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने पूरे मामले का खुलासा किया.

पूर्व कर्मचारी ने बदले की भावना से डलवाई थी डकैती: देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपियों ने तिहाड़ जेल ही में डकैती की प्लानिग की थी. हालांकि इस डकैती का सूत्रधार मेरठ के सरधना का रहने वाला सागर सोम निकला. सागर सोम पीड़िता सुमिति सोईन के साथ कन्स्ट्रक्शन साइट पर काम करता था. सागर सोम का कहना है कि सुमिति सोईन ने हिसाब-किताब में हेरा-फेरी कर उसके दो लाख रुपए हड़प लिए थे. सागर सोम सुमिति सोईन को सबक सीखाना चाहता था, इसीलिए उसने सुमिति सोईन ने घर में डकैती डलवाई.

24 मई को डाली थी घर में डकैती: पुलिस ने बताया कि चन्द्रलोक कॉलोनी डालनवाला के रहने वाले प्रणव सोईन ने 24 मई को पुलिस को तहरीर दी थी. तहरीर में उन्होंने पुलिस को बताया था कि उनकी अनुपस्थिति में तीन अज्ञात बदमाश उनके घर में घुसे थे. बदमाशों ने सबसे पहले घर में मौजूद उनकी माता सुमिति सोईन और नौकरानी मीता के हाथ-पैर बांध दिए और फिर घर में रखी नकदी और दो मोबाइल फोन को लेकर फरार हो गए थे.

सीसीटीवी फुटेज में दिखे थे चार संदिग्ध: पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की. साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. पुलिस न सिर्फ आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, बल्कि इलाके में भी कई लोगों से पूछताछ कर कुछ अहम जानकारी एकत्र की.

पुलिस के मुताबिक जब बारिकी से सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी गई तो वारदात स्थल के आसपास चार संदिग्ध लोग दिखाई दिए. उन संदिग्धों को तस्वीरों को पुलिस ने सोशल मीडिया, नेशनल पुलिस ग्रुप और अन्य राज्यों की पुलिस से साझा किया तो सामने आया है कि फुटेज में दिख रहे सभी लोग दिल्ली के सक्रिय गैग के सदस्य है.

आरोपी राजेश और रिकू आए पुलिस के हाथ: आरोपियों की पहचान होने के बाद डालनवाला कोतवाली पुलिस और एसओजी देहरादून की संयुक्त टीम को दिल्ली भेजा गया. काफी प्रयासों और मुखबीर की सूचना पर दो लोग पुलिस के हाथ आए, जिनका नाम राजेश कुमार बंसल उर्फ निवासी रोहिणी और रिंकू कुमार उर्फ हरीश निवासी खजूरीखास. दोनों के पास लूट गए मोबाइल फोन और 1100 रुपए नकदी बरामद हुई है.

तिहाड़ जेल में बनी थी डकैती की योजना: पुलिस पूछताछ में राजेश ने बताया कि वो तिहाड़ जेल में बंद था, तभी उसने रिंकू, प्रेम और मोहित के साथ दिसंबर 2023 में देहरादून में डकैती की योजना बनाई थी. तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद उनकी मुलाकात मेरठ जिले के सरधना के रहने वाले सागर सोम से हुई थी. सागर सोम पहले प्रणव सोईन के यहां काम करता था.

सागर सोम ने बताया सुमिति सोईन का रास्ता: सागर सोम ने राजेश कुमार को बताया था कि देहरादून की चन्द्रलोक कॉलोनी में सुमिति सोईन रहती है, जो काफी पैसे वाली है. उसके पति कe कुछ समय पहले ही देहांत हुआ है. महिला अपने बेटे के साथ घर पर अकेली रहती है. सागर पहले महिला के साथ कन्स्ट्रक्शन साइट पर काम करता था, लेकिन काम पूरा होने के बाद सुमितf सोईन ने हिसाब किताब में हेरी-फेरी कर सागर को दो लाख रुपए हड़प लिए थे, तभी से सागर उस महिला को सबक सिखाना चाहता था.

आरोपियों ने घर को नौकर को अपने साथ मिलाया: पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने सुमिति सोईना के नौकर संजीव को भी लालच देकर अपने साथ मिला लिया था. आरोपियों ने पहले अप्रैल साल 2024 में सुमिति सोईना के घर की रैकी की, उसके बाद अप्रैल में ही उन्होंने डकैती डालने का प्रयास किया, लेकिन उसमें वो कामयाब नहीं हो पाए.

नौकर से ग्रीन सिग्नल मिलते ही डाली डकैती: पुलिस के अनुसार इसके बाद 24 मई को सभी आरोपी देहरादून के गांधी पार्क में फिर से इकट्टा हुए. इसके बाद घर के नौकर संजीव ने आरोपियों को फोन किया. जैसे ही आरोपियों को संजीव से ग्रीन सिग्नल वे साईलोक कालोनी महिला के घर पहुंच गए. यहां प्रेम तो घर के बाहर खड़ा होकर इधर-उधर निगरानी करता था, जबकि राजेश, रिंकू और एक अन्य आरोपी ने घर में घुसकर डकैती डाली. डकैती डालने के बाद चारों आरोपी ऑटो ई-रिक्शा कर मौके से फरार हो गए.

सात लोगों में मिलकर दिया था डकैती को अंजाम: एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि जांच के बाद इस मुकदमें में कुल साल लोग शामिल पाए गए है, जिस वजह से मुकदमा लूट की धारा से डकैती का धाराओं में दर्ज किया गया. आरोपियों को सिम कार्ड उपलब्ध कराने वाले तीसरे आरोपी मोहित गंगवार को सैलाकुई में उसके प्लैट से गिरफ्तार किया गया है. जिसके कब्जे से आरोपी रिंकू और राजेश के तमंचे बरामद किये गये.

तीन आरोपी अभी भी फरार: डकैती की घटना में शामिल होने के कारण घर के नौकर संजीव को भी पुलिस टीम ने दबिश देकर देहरादून से गिरफ्तार किया है. वहीं रिंकू और राजेश को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. हालांकि अभी तीन आरोपी सागर सोम, प्रेम थापा और अज्ञात फरार है, जिनकी तलाश की जा रही है.

राजेश पर हत्या, लूट और अपरहण जैसे मुकदमें दर्ज: पुलिस ने बताया कि राजेश कुमार का आपराधिक इतिहास रहा है. राजेश कुमार पर दिल्ली में ही शीशपाल नाम के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या करने का भी आरोप है. इसके अलावा राजेश कुमार ने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक व्यक्ति के अपहरण और बाद में हत्या का भी आरोप है.

इतना ही नहीं राजेश अपने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर लूट भी कर चुका है. वहीं कई अन्य आपराधिक मामलों में भी राजेश के ऊपर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में कई मुकदमें दर्ज है. दिल्ली के द्वारिका थाने में राजेश पर कैश वैन से डेढ करोड की लूटने का मुकदमा भी दर्ज है.

वहीं, आरोपी मोहित गंगवार साइबर कैफे चलाता था. आरोपी रिंकू कुमार ने अपने साथियों के साथ मिलकर मन्नापुरम गोल्ड से 9 किलो सोने की लूट की घटना को अजांम दिया, जिसके संबध में थाना शालीमार बाग में मुकदमा दर्ज है.

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Last Updated : May 28, 2024, 7:31 PM IST
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