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हरिद्वार में पुलिस और ड्रग्स विभाग की छापेमारी, मेडिकल स्टोर्स पर मारा छापा, नशीली दवाइयों की खेप बरामद - DRUGS RECOVERED IN HARIDWAR

हरिद्वार में पुलिस और ड्रग्स विभाग का नशे पर बड़ा एक्शन, नशीली दवाइयां बरामद, हिरासत में संचालक और उसकी पत्नी

DRUGS RECOVERED IN HARIDWAR
ड्रग्स विभाग ने मेडिकल स्टोर में मारा छापा (photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 4, 2025, 7:10 PM IST

Updated : Jan 4, 2025, 7:36 PM IST

हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान के तहत नशा तस्करों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. इसी क्रम में गांव मीरपुर में एक मेडिकल स्टोर की आड़ में चल रहे नशीली दवाइयों के अवैध कारोबार का पर्दाफाश किया गया है. साथ ही मेडिकल स्टोर संचालक अमरीश चौहान और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया गया है.

हरिद्वार पुलिस और ड्रग विभाग को गांव मीरपुर स्थित मेडिकल स्टोर से नशीली दवाइयों की बिक्री की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही कोतवाली रानीपुर के एसएचओ कमल मोहन भंडारी और ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गई. इसी बीच कुल 4,582 नशीली टैबलेट्स और 54 नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए हैं. मेडिकल स्टोर पर अनियमितता पाए जाने पर स्टोर संचालक और उसकी पत्नी को भी हिरासत में लिया गया है.

हरिद्वार में नशीली दवाइयों की खेप बरामद (VIDEO-ETV Bharat)

पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि स्टोर के पीछे बने मकान में भारी मात्रा में नशीली दवाइयां रखी गई हैं. पुलिस ने उनकी निशानदेही पर वहां से 4032 टैबलेट्स PARVIOV SPAS (जिसमें Acetaminophen, Dicyclomine Hydrochloride और Tramadol Hydrochloride है) और 550 टैबलेट्स ELPRASAF, जिसमें ( Alprazolam है) बरामद किए हैं. साथ ही 54 इंजेक्शन Pentazocine Lactate के भी बरामद किए गए हैं.

मिली जानकारी के अनुसार, मेडिलक स्टोर संचालक अमरीश चौहान के बीमार होने के कारण मेडिकल स्टोर का संचालन उसकी पत्नी कर रही थी. कुछ महीनों पहले उसने ये नशीली दवाइयां मंगवाई थीं, जिनकी बिक्री मेडिकल स्टोर से हो रही थी. दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली रानीपुर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.

अक्सर देखा जाता है कि ड्रग विभाग और पुलिस जब दिन में छापेमारी करने जाती है, तो नशीली दवाइयों को बेचने वाले इधर-उधर फरार हो जाते हैं. इस बार ड्रग विभाग और पुलिस ने विशेष प्लान तैयार किया और देर शाम अचानक मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी की. इस रणनीति के चलते बड़ी मात्रा में नशीली दवाइयां और इंजेक्शनों का जखीरा बरामद किया गया है.

ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि हम नशे के कारोबार पर रोक लगाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. विभाग को जहां भी अवैध नशीले पदार्थों की बिक्री की सूचना मिलती है, वहां तत्काल कार्रवाई की जाती है. इस अभियान में पुलिस का सहयोग सराहनीय रहा. उन्होंने कहा कि जिले के हर कोने में ऐसी अवैध गतिविधियों को खत्म करने के लिए हम पूरी ताकत से जुटे हुए हैं. उन्होंने जनता से अपील की है कि अगर कहीं भी नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री हो रही हो, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस या ड्रग विभाग को दें.

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हरिद्वार पुलिस और ड्रग विभाग को गांव मीरपुर स्थित मेडिकल स्टोर से नशीली दवाइयों की बिक्री की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही कोतवाली रानीपुर के एसएचओ कमल मोहन भंडारी और ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गई. इसी बीच कुल 4,582 नशीली टैबलेट्स और 54 नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए हैं. मेडिकल स्टोर पर अनियमितता पाए जाने पर स्टोर संचालक और उसकी पत्नी को भी हिरासत में लिया गया है.

हरिद्वार में नशीली दवाइयों की खेप बरामद (VIDEO-ETV Bharat)

पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि स्टोर के पीछे बने मकान में भारी मात्रा में नशीली दवाइयां रखी गई हैं. पुलिस ने उनकी निशानदेही पर वहां से 4032 टैबलेट्स PARVIOV SPAS (जिसमें Acetaminophen, Dicyclomine Hydrochloride और Tramadol Hydrochloride है) और 550 टैबलेट्स ELPRASAF, जिसमें ( Alprazolam है) बरामद किए हैं. साथ ही 54 इंजेक्शन Pentazocine Lactate के भी बरामद किए गए हैं.

मिली जानकारी के अनुसार, मेडिलक स्टोर संचालक अमरीश चौहान के बीमार होने के कारण मेडिकल स्टोर का संचालन उसकी पत्नी कर रही थी. कुछ महीनों पहले उसने ये नशीली दवाइयां मंगवाई थीं, जिनकी बिक्री मेडिकल स्टोर से हो रही थी. दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली रानीपुर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.

अक्सर देखा जाता है कि ड्रग विभाग और पुलिस जब दिन में छापेमारी करने जाती है, तो नशीली दवाइयों को बेचने वाले इधर-उधर फरार हो जाते हैं. इस बार ड्रग विभाग और पुलिस ने विशेष प्लान तैयार किया और देर शाम अचानक मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी की. इस रणनीति के चलते बड़ी मात्रा में नशीली दवाइयां और इंजेक्शनों का जखीरा बरामद किया गया है.

ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि हम नशे के कारोबार पर रोक लगाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. विभाग को जहां भी अवैध नशीले पदार्थों की बिक्री की सूचना मिलती है, वहां तत्काल कार्रवाई की जाती है. इस अभियान में पुलिस का सहयोग सराहनीय रहा. उन्होंने कहा कि जिले के हर कोने में ऐसी अवैध गतिविधियों को खत्म करने के लिए हम पूरी ताकत से जुटे हुए हैं. उन्होंने जनता से अपील की है कि अगर कहीं भी नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री हो रही हो, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस या ड्रग विभाग को दें.

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Last Updated : Jan 4, 2025, 7:36 PM IST
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