बलौदाबाजार : बलौदाबाजार सेक्स स्कैंडल कांड का मुख्य आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.वहीं पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया वो सिर्फ मामले के छोटे प्यादे हैं. मजदूर नेता संतोष यदु ने आरोप लगाए हैं कि अब तक मुख्य आरोपी को पकड़ा नहीं गया है,जिसके कारण पुलिस और कानून व्यवस्था से लोगों का भरोसा उठता जा रहा है.इस मामले में दोषियों को सजा और पीड़ितों को न्याय मिले इसलिए एसपी और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है.
पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल : छत्रपति निर्माणी श्रमिक संघ के संरक्षक संतोष यदु के मुताबिक जिला प्रशासन और राज्य सरकार से आम जनता का भरोसा उठता जा रहा है. सभी मामलों में इतनी तत्परता दिखाने वाली पुलिस हनी ट्रैप के मामले में कछुआ चाल चल रही है. छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री टंक राम वर्मा के निर्देश के बाद भी पुलिस विवश दिखाई दे रही है. हो सकता है कि इसमें बड़े पार्टी के बड़े नेताओं का हाथ हो,इसलिए पुलिस फरार आरोपियों को पकड़ नहीं सकी है.
''पुलिस ने कई रसूखदार लोग जिनकी संलिप्तता इस मामले में हैं उनसे पूछताछ कर क्लीन चिट दे दिया है. ऐसे में उन आरोपियों को बचाने वाला भी उतना ही बड़ा अपराधी है. पूरे बलौदाबाजार को मालूम हैं वो लोग कौन हैं. लेकिन कोई इनका नाम लेकर अपना मुंह गंदा नहीं करना चाहता.'' संतोष यदु, मजदूर नेता
सेक्स स्कैंडल के ये आरोपी फरार: स्कैंडल में शामिल शिरीष पांडे, पुष्पमाला फेकर, हीराकाली बंजारे और कथित पत्रकार आशीष शुक्ला फरार चल रहे हैं. शिरीष पांडे पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा के विधायक प्रतिनिधि रह चुका है. दो पुलिस कर्मियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं.
क्या है सेक्स स्कैंडल: बलौदाबाजार सेक्स स्कैंडल में कई लोगों के नाम सामने आए हैं. जिनमें कई व्हाइट कॉलर लोग भी शामिल है. कई जनप्रतिनिधि, पुलिसकर्मी, वकील, पत्रकारों के नाम सेक्स स्कैंडल से जुड़े हैं. इस बात का भी खुलासा हुआ कि कई लोगों से सेक्स स्कैंडल में फंसाने की धमकी देते हुए लाखों रुपयों की वसूली की गई. इस मामले में 15 मार्च को पहली शिकायत कोतवाली पुलिस में की गई. जांच के बाद कोतवाली पुलिस में पहली एफआईआर दर्ज की गई. इस मामले में पुलिस चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. कई अब भी फरार है.