रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर सफाई और ट्रैफिक की जिम्मेदारी में जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट समेत उनके सहयोगी अहम भूमिका निभाएंगे. इसके अलावा इस साल स्कूली छात्र-छात्राओं की भी यात्रा मैनेजमेंट में मदद ली जाएगी. वहीं, चारधाम यात्रा रूट पर पड़ने वाले होटल और रेस्तरां के शौचालयों का इस्तेमाल यात्री कर सकेंगे. ऐसे में कोई शौचालयों का इस्तेमाल करने से मना करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.
आगामी 10 मई को बाबा केदार के कपाट खोले जाने हैं. ऐसे में केदारनाथ धाम यात्रा को लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जुटाई जा रही है. इसी कड़ी में रुद्रप्रयाग डीएम सौरभ गहरवार ने रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट अधिकारियों की ब्रीफिंग की. इस दौरान उन्होंने सेक्टर मजिस्ट्रेट और स्कूली छात्र-छात्राओं से बेहतर यात्रा मैनेजमेंट के लिए सुझाव भी लिए. डीएम गहरवार ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यात्रा के दौरान जाम जैसी स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए.
इसके अलावा यात्रा मार्ग और शौचालयों पर नियमित सफाई व्यवस्था करने को कहा. इसके लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट नियमित रूप से चेकिंग अभियान चलाएंगे. सभी कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए रोजाना रिपोर्ट भी तैयार करनी होगी. उन्होंने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को यात्रा रूट का मुआयना कर जो साइन बोर्ड इस्तेमाल में नहीं हैं, उन्हें चिन्हित कर यात्रियों की सुविधाओं के लिए नए साइन बोर्ड लगाने को कहा है. साथ ही यात्रा रूट को बाधित कर रहे सभी साइन बोर्ड को हटवाने के निर्देश दिए हैं.
होटल-रेस्तरां के शौचालयों का इस्तेमाल कर सकेंगे यात्री: चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को शौचालय और प्रसाधन की समस्या न हो, इसके लिए यात्रा मार्ग के सभी होटल्स के शौचालयों को भी इस्तेमाल में लाया जाएगा. इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से सभी होटल संचालकों को गाइडलाइंस जारी कर दी गई है.
इसमें सहयोग नहीं करने वाले होटल संचालकों पर नियमानुसार चालान और अन्य कार्रवाई की जाएगी. डीएम सौरभ गहरवार ने सुलभ इंटरनेशनल संस्था को निर्देश दिए हैं कि हर शौचालय में कम से कम दो सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए. ताकि, सभी शौचालयों में नियमित सफाई की जा सके.
यात्रा मैनेजमेंट में हाथ बटाएंगे स्कूली छात्र: केदारनाथ यात्रा मार्ग के स्कूली छात्र-छात्राएं भी हाथ बटाएंगे. इस साल गुप्तकाशी से सोनप्रयाग तक के स्कूली छात्र-छात्राओं को यात्रा मैनेजमेंट में सहयोग देने का मौका मिलेगा. इस दौरान वो भीड़ मैनेजमेंट, यात्रियों को रास्ता बताना, जाम की स्थिति में गाड़ियों की लाइन ठीक करवाने, स्वास्थ्य, जल समेत अन्य प्राथमिक आपातकाल होने पर पुलिस को सूचित करेंगे.
रुद्रप्रयाग के मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रमेंद्र बिष्ट ने बताया कि रोजाना 30-35 छात्रों को रोटेशन में 27 मई तक मैनेजमेंट का हिस्सा बनाया जाएगा. जिलाधिकारी गहरवार ने ऐसे स्वयंसेवी छात्र-छात्राओं को इस पूरे अनुभव को नियमित तौर पर नोट करने और रोज कुछ नया सीखने का प्रयास करने को कहा है.
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