जोधपुर/फलोदी : देचू थाने में आत्महत्या के मामले में आखिरकार राजपूत समाज और पुलिस के बीच सहमति बन गई है. इसके तहत देचू थाना अधिकारी दाऊद खान और डिवाइसपी शंकर लाल छाबा को निलंबित किया जाएगा. वहीं, पूरा थाना लाइन हाजिर होगा. पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा. शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ 15 लाख रुपए परिवार को देंगे. पुलिस के साथ वार्ता के बाद यह घोषणा शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने समाज के सामने की, जिसके बाद धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी गई.
मृतक फूल सिंह का पोस्टमार्टम शनिवार सुबह न्यायिक अधिकारी के सामने होगा. इसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा. विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने बताया कि सरकार की ओर से परिवार को मुआवजा न्यायिक जांच पूरी होने के बाद मिलेगा, जब जांच में कस्टोडियल डेथ की पुष्टि होगी. पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश आज रात को ही जारी कर दिए जाएंगे. इससे पहले थाने के बाहर भारी संख्या में राजपूत समाज के लोग धरने पर बैठे रहे. साथ ही देचू कस्बा बंद रहा.
न्यायिक जांच शुरूः फलोदी एसपी पूजा अवाना ने बताया कि फूल सिंह को गुरुवार को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था, जहां उसने आत्महत्या कर ली. फिलहाल पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. समाज और परिजनों ने एफआईआर दर्ज कर निष्पक्ष जांच और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने की मांग रखी. उन्होंने बताया कि मामले की न्यायिक जांच शुरू हो चुकी है. जांच के बाद ही स्थिति साफ होगी.
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दरअसल, फूल सिंह के खिलाफ नाबालिग से दुष्कर्म करने का मामला देचू थाने में दर्ज हुआ था. इसी मामले में पुलिस उसे गुरुवार को थाने लाई थी, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं बताया. शुक्रवार अल सुबह पुलिसकर्मियों को पता चला कि उसने आत्महत्या कर ली. उसके बाद अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद समाज के लोग पुलिस के खिलाफ धरने पर बैठ गए. लोगों का आरोप है कि पुलिस की प्रताड़ना के चलते यह घटना हुई है. आईजी विकास कुमार भी देचू पहुंचे.