लखनऊ : PCS अरुण कुमार सिंह (SDM श्रावस्ती) सस्पेंड किया गया है. मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष के जरिए बीमारी का इलाज और अन्य तरह की मदद की जाती है. ऐसे ही एक मामले में उन्होंने एक आवेदक की दो-दो रिपोर्ट लगा दी. दोनों ही एक दूसरे के विरोधाभासी थी. इस मामले का संज्ञान लेने के बाद उत्तर प्रदेश नियुक्ति विभाग की ओर से उनके निलंबन का आदेश जारी कर दिया गया है.
नियुक्ति विभाग के सूत्रों के अनुसार पीसीएस अरुण कुमार पर आरोप है कि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष की रिपोर्ट को मनमाने ढंग से भेजी गई थी. विवेकाधीन कोष के जरिए गरीबों की मदद की जाती है. एक ही प्रकरण में दो प्रकार की रिपोर्ट लगाना दोनों रिपोर्टों का एक दूसरे से विरोधाभाषी होना पाया गया है. जिसको लेकर शासन स्तर तक शिकायत की गई. प्रथमदृश्ट्या पीसीएस अधिकारी को इस पूरे मामले में जिम्मेदार माना गया है.
लोकसभा चुनाव के बाद अरुण कुमार पांचवें उप जिलाधिकारी हैं, जिनको निलंबित किया गया है. लोकसभा चुनाव के दौरान लोगों की सुनवाई न होने के चलते भाजपा का खराब प्रदर्शन होने के मामले सामने आए थे. इस वजह से लगातार पीसीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इसी को लेकर अरुण कुमार सिंह पर भी गाज गिरी है. उनके खिलाफ जांच का आगाज हो गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद उनके खिलाफ वास्तविक दंड प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
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