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संपत्ति नहीं बताने वाले PCS अफसरों पर गिर सकती गाज, 30 जून तक पोर्टल पर ब्यौरा अपलोड करने के आदेश - PCS officer give detail of property - PCS OFFICER GIVE DETAIL OF PROPERTY

यूपी के PCS अफसरों को संपत्ति का ब्यौरा नहीं देने पर गाज गिर सकती है. इससे बचने के लिए अधिकारियों को 30 जून तक हर हाल में जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है.

संपत्ति नहीं बताने पर एक्शन लेगी सरकार
संपत्ति नहीं बताने पर एक्शन लेगी सरकार
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 5, 2024, 6:20 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के PCS अधिकारी को अपनी संपत्ति की जानकारी नहीं देने पर मुश्किलें बढ़ सकती हैं. दरअसल यूपी के पीसीएस अधिकारियों को अपनी आय का ब्यौरा 28 फरवरी तक ही दे देना था, लेकिन अब तक सरकारी पोर्टल स्पैरो पर यह जानकारी अपलोड नहीं की गई है. अधिकांश अधिकारी अपनी इनकम की जानकारी देने में हितकिचा रहे हैं. जिसको लेकर अब नियुक्ति विभाग ने सख्ती करना शुरू कर दी है. विभाग की ओर से सभी पीसीएस अधिकारियों और विभागों को पत्र जारी करके हर हाल में 30 जून तक वेबसाइट पर आय से संबंधित जानकारी अपलोड करने की हिदायत दी है. ऐसा न करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए तैयार रहने को कहा है.

विशेष सचिव नियुक्ति धनंजय कुमार शुक्ला की ओर से जारी पत्र में सभी PCS अधिकारियों को शख्त हिदायत दी गई है कि, वे अब वेबसाइट पर अपनी जानकारी अपलोड कर दें. अन्यथा कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें. दरअसल पहले PCS अफसरों को अपनी चल अचल संपत्ति की जानकारी sparrow-pcs-up.gov.in पर अनिवार्य रूप से 28 फरवरी 2024 तक देने का आदेश जारी किया गया था.

आदेश के बाद भी कई पीसीएस अधिकारियों की ओर से अपनी चल-अचल संपत्ति का विवरण नहीं भरा गया है. जिन अधिकारियों की ओर से अभी तक अपना सालाना चल-अचल संपत्ति का विवरण ऑन-लाइन नहीं भरा गया है. उन्हें अंतिम मौका देते हुए नियुक्ति विभाग ने जानकारी देने की आखिरी तारीख 30 जून तक बढ़ा दी है.

उत्तर प्रदेश के सभी विभाग के अध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि, उनके अधीनस्थ तैनात सभी पीसीएस अधिकारियों को 30 जून तक हर हाल में अपनी चल अचल संपत्ति का विवरण स्पैरो वेबसाइट पर अपलोड करना होगा. ऐसा न करने की पर उनके खिलाफ शख्त एक्शन लिया जाएगा.

उत्तर प्रदेश के करीब 20 लाख कर्मचारियों को मानव संपदा पोर्टल पर अपनी संपत्ति का ब्यौरा अपलोड करना है. यह कार्रवाई भी जारी है. माना जाता है कि अनेक अधिकारी और कर्मचारी जो आय से अधिक संपत्ति अर्जित कर चुके हैं. वे जानकारी देने से कतरा रहे हैं ताकि उनके खिलाफ किसी तरह का एक्शन ना हो. लेकिन अब सारी व्यवस्था ऑनलाइन हो जाने के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों पर जल्द से जल्द संपत्ति का ब्यौरा देने का दबाव बना हुआ है. माना जा रहा है बदले हुए हालातों में ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
ये भी पढ़ें:समीक्षा अधिकारी के 60 पद खाली, प्रभावित हो रहा सरकारी कामकाज

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के PCS अधिकारी को अपनी संपत्ति की जानकारी नहीं देने पर मुश्किलें बढ़ सकती हैं. दरअसल यूपी के पीसीएस अधिकारियों को अपनी आय का ब्यौरा 28 फरवरी तक ही दे देना था, लेकिन अब तक सरकारी पोर्टल स्पैरो पर यह जानकारी अपलोड नहीं की गई है. अधिकांश अधिकारी अपनी इनकम की जानकारी देने में हितकिचा रहे हैं. जिसको लेकर अब नियुक्ति विभाग ने सख्ती करना शुरू कर दी है. विभाग की ओर से सभी पीसीएस अधिकारियों और विभागों को पत्र जारी करके हर हाल में 30 जून तक वेबसाइट पर आय से संबंधित जानकारी अपलोड करने की हिदायत दी है. ऐसा न करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए तैयार रहने को कहा है.

विशेष सचिव नियुक्ति धनंजय कुमार शुक्ला की ओर से जारी पत्र में सभी PCS अधिकारियों को शख्त हिदायत दी गई है कि, वे अब वेबसाइट पर अपनी जानकारी अपलोड कर दें. अन्यथा कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहें. दरअसल पहले PCS अफसरों को अपनी चल अचल संपत्ति की जानकारी sparrow-pcs-up.gov.in पर अनिवार्य रूप से 28 फरवरी 2024 तक देने का आदेश जारी किया गया था.

आदेश के बाद भी कई पीसीएस अधिकारियों की ओर से अपनी चल-अचल संपत्ति का विवरण नहीं भरा गया है. जिन अधिकारियों की ओर से अभी तक अपना सालाना चल-अचल संपत्ति का विवरण ऑन-लाइन नहीं भरा गया है. उन्हें अंतिम मौका देते हुए नियुक्ति विभाग ने जानकारी देने की आखिरी तारीख 30 जून तक बढ़ा दी है.

उत्तर प्रदेश के सभी विभाग के अध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि, उनके अधीनस्थ तैनात सभी पीसीएस अधिकारियों को 30 जून तक हर हाल में अपनी चल अचल संपत्ति का विवरण स्पैरो वेबसाइट पर अपलोड करना होगा. ऐसा न करने की पर उनके खिलाफ शख्त एक्शन लिया जाएगा.

उत्तर प्रदेश के करीब 20 लाख कर्मचारियों को मानव संपदा पोर्टल पर अपनी संपत्ति का ब्यौरा अपलोड करना है. यह कार्रवाई भी जारी है. माना जाता है कि अनेक अधिकारी और कर्मचारी जो आय से अधिक संपत्ति अर्जित कर चुके हैं. वे जानकारी देने से कतरा रहे हैं ताकि उनके खिलाफ किसी तरह का एक्शन ना हो. लेकिन अब सारी व्यवस्था ऑनलाइन हो जाने के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों पर जल्द से जल्द संपत्ति का ब्यौरा देने का दबाव बना हुआ है. माना जा रहा है बदले हुए हालातों में ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
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