रायपुर: छत्तीसगढ़ में बिगड़ते कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस ने साय सरकार पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने सोमवार को प्रेसवार्ता की. इस दौरान बैज ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, "भाजपा के शासनकाल में प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है. आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बावजूद प्रदेश का आदिवासी सुरक्षित नहीं है. रायपुर में सरेराह एक आदिवासी छात्र की हत्या कर दी जाती है. कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रहा है. छत्तीसगढ़ में कानून का नहीं बल्कि जंगल राज चल रहा है.
योगी आदित्यनाथ को कॉपी कर रही साय सरकार: पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि, "प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर जल्द ही कांग्रेस प्रदेश स्तरीय आंदोलन करेगी. सभी जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया जाएगा. इससे पहले 18 जून को सभी बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर प्रदर्शन किया गया था. भाजपा सरकार यह दिखावा कर रही है. ये लोग कॉपी करने में माहिर है. यह उत्तर प्रदेश के योगी का कॉपी करना चाह रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जमीन आसमान का अंतर है. छत्तीसगढ़ किसान का प्रदेश है. छत्तीसगढ़ शांत प्रदेश है, स्वाभिमानी प्रदेश है. यहां बुलडोजर की नहीं, यहां न्याय की आवश्यकता है. कानून को बरकरार रखने की आवश्यकता है."
6 माह में ही प्रदेश की जनता को यह लगने लगा है कि राज्य में कोई सरकार है ही नहीं. 6 माह में राज्य में 300 से अधिक बलात्कार, 80 सामूहिक बलात्कार, 200 से अधिक हत्यायें, चाकूबाजी, लूट, डकैती, चेन स्नेचिंग की कई घटनाएं हो चुकी है. अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके है कि अपराधी बिना किसी वाहन के पैदल चेन खींच कर भाग जाते हैं. थाने में चाकू मार दिया जाता है. पुलिस असहाय हो गई है. नक्सलवादी घटनाए 6 माह में बढ़ गई है.रोज समाचारों में प्रदेश में तीन से चार मासूम अबोध बच्चियों के साथ सामूहिक दुराचार की खबरे सामने आ रही है. राजधानी से सटे आरंग में मॉब लीचिंग में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है. सरकार अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करने के बजाए उनको संरक्षण देने में लगी है. -दीपक बैज, पीसीसी चीफ
प्रदेश में बढ़ रहे अपराध: आगे दीपक बैज ने कहा, "राज्य में एसपी कलेक्टर कार्यालय जलाये जा रहे हैं. मॉब लीचिंग हो रही है. थाने में चाकूबाजी हो रही है. सरकार सुशासन का राग अलाप रही है. बेहद दुर्भाग्यजनक है कि आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी सुरक्षित नहीं है. बस्तर का आदिवासी अब रायपुर में भी सुरक्षित नहीं है. आदिवासी बच्चे को पीट-पीट कर मार डाला जा रहा है. बस्तर के लोहंडीगुड़ा में रहने वाला 21 साल के लड़के का कसूर क्या था? उसने पढ़ाई करने के लिए नया रायपुर के एक निजी कॉलेज में एडमिशन लिया था. उसका सिर्फ इतना ही कसूर था कि वह मासूम आदिवासी था. उसने बड़ी मासूमियत से रास्ता पूछा था, लिफ्ट मांगा था, उसको सरेआम गाड़ी में बैठा कर ले जाया गया, पीट-पीट कर मार डाला गया. हत्यारों ने उसका एटीएम कार्ड छिन लिया. पिन मांग रहे थे. वह गरीब का बच्चा पिन नहीं बताया तो मार डाला."
बता दें कि छत्तीसगढ़ में बिगड़ते कानून व्यवस्था को लेकर पीसीसी चीफ ने प्रदेश की साय सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही छत्तीसगढ़ में जंगलराज होने की बात कही.