पटना: अब बिहार में स्थानांतरण का इंतजार कर रहे शिक्षकों का सब्र का बांध टूट गया है. बिहार के शिक्षकों ने ट्रांसफर की मांग को लेकर मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X अभियान शुरू किया. ट्रांसफर की लेट लतीफी को लेकर नाराज शिक्षकों ने आज मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए कैंपेन #BiharTeachersNeedTransfer चलाया गया.
ट्रांसफर की मांग को लेकर हजारों पोस्ट: शिक्षकों का कैंपन शाम 5 बजे से अभियान शुरू हुआ और शाम 7 बजे तक ही 9100 से अधिक पोस्ट इस हैशटैग पर हो गया. कई घंटे से यह अभियान नंबर वन पर ट्रेनिंग में है. हजारों शिक्षकों ने इस मुहिम में हिस्सा लेते हुए लिखा कि आखिर शिक्षा विभाग ट्रांसफर का कोई डेडलाइन क्यों नहीं जारी कर रहा है. बिहार शिक्षक मंच के बैनर तले इस ऑनलाइन अभियान का बुलाया गया जिस पर हजारों पोस्ट हुए हैं.
एक लाख से ज्यादा ट्वीट के साथ बिहार में शिक्षकों के ट्रांसफर का मुद्दा ट्रेंड कर रहा है । शिक्षक ट्रांसफर मांग रहे है परेशान है उम्मीद लगाए बैठे है की आखिर कब होगा उनका ट्रांसफर लेकिन शिक्षा विभाग सुस्त है ऐसा क्यों ? #BiharTeachersNeedTransfer
— बिहार शिक्षक मंच (@btetctet) January 21, 2025
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स्थानांतरण की मांग को लेकर शिक्षकों में रोष: बिहार शिक्षक मंच के बैनर तले इस ऑनलाइन अभियान का बुलाया गया जिस पर हजारों पोस्ट हुए हैं. संघ के अध्यक्ष सौरव कुमार ने बताया कि बिहार में शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा लेट लतीफी को देखते हुए शिक्षकों का गुस्सा एक बार फिर फूट गया है. शिक्षक लंबे समय से स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं और इसमें देरी के कारण मानसिक तनाव में हैं. ऐसे में यह शिक्षक जब तक तनाव मुक्त नहीं होंगे यह बच्चों को बेहतर शिक्षा नहीं दे पाएंगे.
"शिक्षक अब तक ट्रांसफर के लिए तीन बार फॉर्म भर दिये है, लेकिन दो बार तो अंत समय में उस प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया.तीसरी बार तो प्रक्रिया का कोई अता पता ही नहीं है कि आखिर ट्रांसफर होगा भी या नहीं." -सौरव कुमार, मुख्य एडमिन, बिहार शिक्षक मंच
'ट्रांसफर नहीं मिलने पर शिक्षकों में मायूसी': दरअसल, शिक्षा विभाग अगर चाहता है कि बिहार का शिक्षा व्यवस्था सुधरे तो शीघ्र ही शिक्षकों का ट्रांसफर सुनिश्चित करे. शिक्षा विभाग के ACS सिर्फ अब तक आश्वासन ही दे सके हैं और ट्रांसफर होता दूर-दूर तक नहीं दिख रहा है. 1.90 लाख शिक्षकों के आवेदन में सिर्फ 35 नियमित शिक्षकों का ही स्थानांतरण किया गया. इन सब से शिक्षक दुखी हैं.
शिक्षक संघ ने आंदोलन की दी चेतावनी: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर #BiharTeachersNeedTransfer पर पोस्ट करते हुए दिनेश भारती लिखते हैं कि शिक्षक ना कोई कोहिनूर मांग रहे हैं ना कोई हीरा मांग रहे हैं ना जवाहरात मांग रहे हैं. बिना अतिरिक्त वित्तीय बोझ के सिर्फ स्थानांतरण की मांग कर रहे हैं. बिहार युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने शिक्षा विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि फरवरी महीने तक शिक्षकों का ट्रांसफर पूरा नहीं हो पाया तो सभी शिक्षक संगठन एकजुट होकर इस मुद्दे पर आंदोलन को विवश होंगें. उन्होंने मुख्यमंत्री से तुरंत हस्तक्षेप कर शिक्षकों को उनके ऐच्छिक स्थान पर ट्रांसफर करने की मांग की है.
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