पटनाः बिहार की राजधानी पटना में प्रशांत किशोर ने अल्पसंख्यक सम्मेलन का आयोजन किया. इस दौरान उन्होंने चुनाव में जीत का फार्मूला भी बताया. प्रशांत किशोर ने कहा कि मुसलमानों के साथ गांधी-अंबेदकर के विचारधारा वाले सियासी गठजोड़ बना लें तो कोई उन्हें हरा नहीं सकता है.
'संघ की विचारधारा से है लड़ाई': पटना के बापू सभागार में आयोजित 'राजनीति में मुसलमानों की भागीदारी' में जन सुराज यात्रा के सुत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि आपकी लड़ाई बीजेपी से नहीं है. आपकी लड़ाई मोदी-शाह से नहीं है बल्कि आपकी लड़ाई संघ से है जो विचारधारा आधारित व्यवस्था है.
"संघ एक दिन में गांधी मैदान में रैली करके नहीं बना है. वो एक चुनाव के लिए नहीं बना है. पिछले 40-50 सालों में उस विचारधारा के माननेवाले लोगों ने एक-एक कतरा कर धीरे-धीरे उसको बनाया है.अगर संघ की विचारधारा से लड़ना चाहते हैं तो उसका एक ही हथियार है कि महात्मा गांधी की विचारधारा को पुनर्जीवित किया जाए और जन सुराज वही प्रयास है"- प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जन सुराज यात्रा
"गांधी-समाजवाद की विचारधारा से जुड़कर बीजेपी को हराएं': प्रशांत किशोर ने कहा कि गांधी, अंबेदकर, कम्युनिस्ट और समाजवाद को माननेवाले लोग मुसलमानों के साथ मिलकर सामाजिक-राजनीतिक ऐसा गठजोड़ बनाएं जिसको कोई चुनाव में हरा नहीं सकता है. 2 अक्टूबर को जब ये जन सुराज दल बनेगा तो एक करोड़ बिहार के लोग जो मिलकर बना रहे हैं उसमें हम से लिख कर ले लीजिए 18 लाख मुसलमान भी शामिल होंगे.
'गांव-गांव जाकर मैंने मुसलमान भाइयों के हाथ जोड़े हैं. उनको समझाया है कि आइये, ये व्यवस्था बन रही है. इसमें जुड़िये, इसके मालिक और मुखिया बनिये. जब ये दल बनेगा और 2 तारीख को इसके नेतृत्व की घोषणा होगी तो उसमें 4 या 5 मुसलमान भाई भी चुनकर आएंगे और नेतृत्व करेंगे. इसमें कोई अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ नहीं होगा."-प्रशांत किशोर, सूत्रधार, जन सुराज यात्रा
ये भी पढ़ेंःअल्पसंख्यकों को विकल्प की तलाश, प्रशांत किशोर ने यहीं मारा हथौड़ा - Prashant Kishor