पटनाः बिहार की आबोहवा लोगों के जीवन के अनुकूल रहे इसको लेकर बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार काम कर रहा है. इसी कड़ी में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शनिवार को क्लीन एयर बिहार ऐप लॉन्च किया. इस ऐप के जरिये अब आम नागरिक भी अपने इलाके की हवा की गुणवत्ता की स्थिति समझ सकते हैं और कोई शिकायत हो तो उसे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तक पहुंचा सकते हैं.
फिलहाल तीन शहरों में सेवा शुरूः 'क्लीन एयर बिहार' नाम के इस ऐप का फिलहाल तीन शहरों के लोग उपयोग कर सकते हैं. राजधानी पटना के अलावा गया और मुजफ्फरपुर के लोग इस ऐप के जरिये अपने इलाके की हवा की जानकारी रख सकते हैं और कोई भी शिकायत इस ऐप के जरिये कर सकते हैं.
ठंड में बढ़ जाता है वायु प्रदूषणः बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक पिछले कुछ सालों में ये देखा गया है कि ठंड के मौसम में पटना, मुजफ्फरपुर और गया में वायु का प्रदूषण स्तर बढ़ जाता है. ऐसे में इस साल इन शहरों में लोगों को वायु के प्रदूषण के बारे में सही जानकारी मिल सके और लोग उसके अनुसार बचाव कर सकें इसको लेकर ये ऐप लॉन्च किया गया है.
"जाड़े के मौसम में पटना, गया और मुजफ्फरपुर में वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है. पहले क्लीन एयर बिहार ऐप आम नागरिकों के लिए नहीं था. आज से इस ऐप को आम नागरिकों के लिए शुरू कर दिया गया है. जिससे कि पटना गया और मुजफ्फरपुर के जो लोग जब वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा तो उसकी जानकारी देंगे और बता सकेंगे कि आखिर प्रदूषण बढ़ने के क्या कारण हैं."- बीके शुक्ला, अध्यक्ष, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
शिकायतों पर संज्ञान लेगा प्रदूषण बोर्डः ऐप के जरिये आम लोगों की उचित शिकायत पर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड संज्ञान लेगा और उसके अनुरूप हवा की गुणवत्ता सुधारने की हरसंभव कोशिश करेगा. बोर्ड को ये उम्मीद है कि इस ऐप के जरिये आम लोगों से मिली शिकायतों और सुझाव के आधार पर इन शहरों में वायु प्रदूषण कम किया जा सकेगा.
400 AQI तक पहुंच गया था प्रदूषणः बता दें कि ठंड के मौसम में पटना, गया और मुजफ्फरपुर में वायु प्रदूषण का स्तर कई बार 400 AQI तक पहुंच जाता है. ऐसे में इस बार ठंड के मौसम से पहले ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 'क्लीन एयर बिहार' ऐप लॉन्च कर समाधान तलाशने की कोशिश की है.
पटना सहित कई जिलों में वायु प्रदूषण का बढ़ता स्तर, लोग जहरीली हवा के बीच जीने को मजबूर
बिहार में वायु प्रदूषण कम करने के लिए बनी कार्ययोजना, कई कठोर फैसले शामिल