बस्तीः जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है. लगातार शिकायत करने के बावजूद सुनवाई नहीं हुई तो युवक ने शिकायत पत्रों को अपने शरीर पर चिपकाकर डीएम के कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई. दरअसल, समाजसेवी संदीप श्रीवास्तव ने जिले के एक डॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोला है. संदीप का आरोप है कि डॉक्टर उनके पीछे हाथ धो कर पड़ गए. कोर्ट का सहारा लेकर डॉक्टर ने उस पर, पत्नी और रिश्तेदारों पर कई मुकदमे दर्ज करवा दिए हैं. संदीप ने बताया कि डॉक्टर साहब के अवैध नर्सिंग होम और प्राइवेट प्रैक्टिस को लेकर डीएम और सीएमओ से 57 बार लिखित शिकायत की. लेकिन सारे प्राथना पत्र पर रिपोर्ट लगाकर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
शिकायतकर्ता संदीप का आरोप है कि कोतवाली क्षेत्र के कटेश्वर पार्क के पीछे एक डॉक्टर ने अर्श नाम से एक नर्सिंग होम खोला है. जिसमे वे खुद प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं, जबकि उनकी तैनाती कासगंज जिले में पटियाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर है. लेकिन पिछले कई साल से हॉस्पिटल में ड्यूटी करने नहीं गए. कासगंज के सीएमओ ने बताया कि बिना कारण गैर हाजिर रहने पर उनके खिलाफ शासन में रिपोर्ट भेज दी गई है. संदीप ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने जिस जमीन पर नर्सिंग होम का निर्माण किया है, वह जिला पंचायत की है.
जिला पंचायत अध्यक्ष जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी ने कहा कि सरकारी जमीनों पर काफी हद तक सपा के लोगो का कब्जा है. अगर वे कब्जा नहीं हटाते है तो नियमो के तहत उन पर बुलडोजर भी चलाया जाएगा. उन्हें जानकारी मिली है नर्सिंग का निर्माण जिला पंचायत की जमीन पर कर दिया गया है. जिसे जल्द खाली कराया जायेगा. सीएमओ आरएस दुबे ने बताया कि टीम बनाकर पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. शिकायत आई है कि डॉक्टर विजय गौतम अन्य जिले में तैनात है और प्राइवेट नर्सिंग होम में मरीजों को देखते है.
जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे कार्रवाई की जाएगी. जिला अधिकारी रवीश कुमार गुप्ता ने बताया कि शिकायतों के निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है. हर शिकायत को लेकर प्रयास रहता है कि पीड़ित अगर सही है तो उसे न्याय मिले. हर शिकायती पत्र को गंभीरता से लिया जाता है. दोनों पक्षों से जानकारी लेने के बाद ही शिकायत का निस्तारण किया जाता है. वहीं, डॉक्टर विजय गौतम ने इस मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है.