डूंगरपुर. शहर से 12 किमी दूर महूडी वासुआ फला में एक पैंथर ने कई लोगों पर अटैक कर दिया. पैंथर के हमले से हड़कंप मच गया. वहीं, हल्ला होने पर पैंथर घर में जाकर घुस गया तो लोगों ने दरवाजा बंद कर पैंथर को कैद कर दिया. घटना के बाद घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जबकि पैंथर को ट्रेंकुलाइज करने के लिए उदयपुर से टीम बुलाई गई. 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पैंथर को ट्रेंकुलाइज करने में सफलता मिली.
दरअसल, चोरासी थाना क्षेत्र में महूडी वासुआ फला में बुधवार को पैंथर अटैक की घटना हुई. मोहनलाल मनात और उसके परिवार के लोग घर के बाहर कामकाज कर रहे थे. उसी समय पुलिए से बाहर आकर पैंथर ने सबसे पहले मोहनलाल की बेटी जया रोत (30 वर्ष) पर हमला कर दिया. हमले में जया के कमर पर पंजे के खरोंच के निशान लगे हैं. जया के चिल्लाते हुए भागने पर पैंथर ने पास में ही चंदूलाल (31 वर्ष) पुत्र हुका मनात और फिर जो भी रास्ते में मिले मुकेश मनात (39 वर्ष), मोहनलाल मनात (60 वर्ष) और भरत मनात पर भी हमला कर दिया.
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वहीं, पैंथर के अटैक से लोग भागने लगे. इस दौरान पैंथर भागते हुए मोहनलाल के घर में जाकर घुस गया. घर में किसी भी व्यक्ति के नहीं होने से लोगों ने दरवाजा बंद कर पैंथर को घर में कैद कर दिया. 108 एंबुलेंस के ईएमटी हिमांशु पाटीदार, पायलट विशाल मनात समेत सभी घायलों को लेकर डूंगरपुर अस्पताल पहुंचे. लोगों ने पैंथर को घर में बंद कर बाहर दरवाजे पर ताला लगा दिया. घटना की जानकारी के बाद चोरासी थाना पुलिस और डूंगरपुर वन रेंज से टीम मौके पर पहुंची. उसके बाद पैंथर को ट्रेंकुलाइज किया गया. इसके बाद पिंजरे में डालकर वन विभाग की टीम रवाना हो गई. पैंथर के चेहरे और शरीर पर कई जगह चोट के निशान भी लगे हुए थे.