बाड़मेर: राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के आह्वान पर सोमवार को कृषि मंडी बंद रही. इससे मंडी का पूरा कारोबार ठप रहा. इसके कारण दूर-दूर से आने वाले किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. व्यापारियों ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा. इसमें कृषि कल्याण कर समाप्त करने सहित अपनी 7 सूत्री मांगें रखी गई. व्यापारियों का कहना था कि मंडी अगले दो दिन और बंद रहेगी.
बाड़मेर कृषि मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष वीरचंद वडेरा ने बताया कि प्रदेश की 247 मंडियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ की ओर से बन्द का आह्वान किया गया है. इसके समर्थन में रविवार से बाड़मेर कृषि मंडी बन्द है. यह 26 फरवरी तक बन्द रहेगी.
उन्होंने बताया कि कोरोना काल में राज्य सरकार ने 1 प्रतिशत कृषि कल्याण कर शुरू किया था. अब कोरोनाकाल समाप्त हो गया है. इस बीच सरकार ने इस कर को घटाकर आधा प्रतिशत कर दिया, लेकिन बंद नहीं किया. उन्होंने कहा कि इस कर की वजह से अनाज महंगा हो रहा है. इसलिए हमने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर कृषि कल्याण कर हटाने सहित 7 सूत्रीय मांगें रखी है. ज्ञापन में इन मांगों को पूरा करने का आग्रह किया गया है.
यह है व्यापारियों की प्रमुख मांगे
- कृषि कल्याण कर को हटाया जाए.
- कृषि जिंसों पर मंडी फीस 1.60 के स्थान पर 1% की जाए.
- उद्योग के लिए राज्य के बाहर से आ रही कृषि जिंसों पर मंडी शुल्क समाप्त किया जाए. घी पर मंडी शुल्क हटाया जाए.
- कृषि जींस आधारित नए उद्योग को मिलने वाली छूट एवं लाभ में पूर्व में लगे उद्योग को दिए जाएं ताकि पुराने उद्योग भी नए उद्योग के बराबर संचालित होते रहे.
- प्रदेश की मंदिरों में व्यापार संघ भवन के लिए सघो को भूमि का नि:शुल्क आवंटन किया जाए.
- राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ द्वारा रखी प्रदेश पर की मंडियों की समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जाए.