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पंचायत भवन में लग रहा स्कूल, एक कमरे में पढ़ते हैं बच्चे - children studying in a room

Panchayat building became school छत्तीसगढ़ में नई शिक्षा नीति के तहत सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई शुरु हो चुकी है.लेकिन प्रदेश में कई जगहों पर अब भी ऐसे स्कूल हैं जिनके पास खुद का भवन नहीं है. इसकी एक जीती जागती तस्वीर बलरामपुर जिले के संतोषीनगर में देखने को मिली है. जहां की पढ़ाई व्यवस्था को देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे. Santoshi Nagar Gram Panchayat

Santosi nagar Gram Panchayat
पंचायत भवन में हो रही बच्चों की पढ़ाई (ETV Bharat Chhattisgarh)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 17, 2024, 4:03 PM IST

बलरामपुर रामानुजगंज : बलरामपुर जिले में प्राइमरी स्कूल किस तरह से चल रहे हैं, इसकी बानगी ग्राम पंचायत संतोषीनगर में देखने को मिली है. यहां के ग्राम पंचायत संतोषीनगर के शासकीय प्राइमरी स्कूल पिछले दो सालों से पंचायत भवन के एक कमरें में संचालित हो रहा है. यहां स्कूल का अलग भवन नहीं होने के कारण बच्चे पंचायत भवन में ही बैठकर अपना भविष्य गढ़ने को मजबूर हैं.

पंचायत भवन में लग रहा स्कूल (ETV Bharat Chhattisgarh)

ग्राम सभा के दौरान धूप में बैठते हैं बच्चे : संतोषी नगर ग्राम पंचायत में बच्चे मुश्किल हालत में पढ़ाई करते हैं. सिर्फ एक कमरे में बच्चे जैसे तैसे अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं. हद तो तब हो जाती है जब पंचायत भवन में ग्राम सभा का आयोजन होता है.उस दिन शिक्षक बच्चों को लेकर खुले मैदान में चले जाते हैं.जहां तपती धूप,बारिश और ठंड में बच्चों को पढ़ाई करनी होती है.स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों की माने तो दो साल पहले पुराना स्कूल जर्जर होने के कारण डिसमेंटल कर दिया गया था. तब से बच्चों को सुरक्षित भवन नहीं मिल सका था.

''दो साल पूर्व पुराना स्कूल का भवन जर्जर होने के कारण डिस्मेंटल कर दिया गया था. इसके बाद से सुरक्षित भवन नहीं मिल सका है. एक अतिरिक्त कक्ष तो बन रहा था. लेकिन वह भी अब तक आधा अधूरा है.''- राजकुमार, शिक्षक

जल्द स्कूल भवन बनाने का दावा : वहीं गांव के सरंपच के मुताबिक उन्होंने स्कूल के लिए अतिरिक्त कक्ष बनवाया है.लेकिन शासन से पैसा नहीं मिलने के कारण वो पूरा नहीं हो सका है. इस मामले में बलरामपुर जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला अभी आया है.यदि वहां भवन होगा तो बच्चे भवन में बैठेंगे.यदि जर्जर है तो उसका जीर्णोद्धार कराया जाएगा.

'' मैं चेक करा लेता हूं अगर वहां भवन है तो बच्चे भवन में बैठेंगे. अगर जर्जर भवन है तो उसका जीर्णोद्धार कराएंगे. वहां बच्चों के बैठने की व्यवस्था बनाएंगे.'' डॉ डीएन मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी

बलरामपुर रामानुजगंज जिले में निर्माणाधीन दर्जनों स्कूल आज भी अधूरे पड़े हुए हैं. वहीं कई स्कूल जर्जर हो चुके हैं. जिसको लेकर प्रशासन ने डिस्मेंटल की कार्रवाई तो की है. लेकिन अब तक उन स्कूलों की जगह में नया भवन बनवाना शायद भूल गई है. बहरहाल बच्चों की पढ़ाई एक बार फिर पूरे साल एक ही भवन में संचालित होगी और बच्चों को स्कूल भवन का इंतजार करना पड़ेगा.

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पंचायत भवन में लग रहा स्कूल (ETV Bharat Chhattisgarh)

ग्राम सभा के दौरान धूप में बैठते हैं बच्चे : संतोषी नगर ग्राम पंचायत में बच्चे मुश्किल हालत में पढ़ाई करते हैं. सिर्फ एक कमरे में बच्चे जैसे तैसे अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं. हद तो तब हो जाती है जब पंचायत भवन में ग्राम सभा का आयोजन होता है.उस दिन शिक्षक बच्चों को लेकर खुले मैदान में चले जाते हैं.जहां तपती धूप,बारिश और ठंड में बच्चों को पढ़ाई करनी होती है.स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों की माने तो दो साल पहले पुराना स्कूल जर्जर होने के कारण डिसमेंटल कर दिया गया था. तब से बच्चों को सुरक्षित भवन नहीं मिल सका था.

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'' मैं चेक करा लेता हूं अगर वहां भवन है तो बच्चे भवन में बैठेंगे. अगर जर्जर भवन है तो उसका जीर्णोद्धार कराएंगे. वहां बच्चों के बैठने की व्यवस्था बनाएंगे.'' डॉ डीएन मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी

बलरामपुर रामानुजगंज जिले में निर्माणाधीन दर्जनों स्कूल आज भी अधूरे पड़े हुए हैं. वहीं कई स्कूल जर्जर हो चुके हैं. जिसको लेकर प्रशासन ने डिस्मेंटल की कार्रवाई तो की है. लेकिन अब तक उन स्कूलों की जगह में नया भवन बनवाना शायद भूल गई है. बहरहाल बच्चों की पढ़ाई एक बार फिर पूरे साल एक ही भवन में संचालित होगी और बच्चों को स्कूल भवन का इंतजार करना पड़ेगा.

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