नर्मदापुरम. चार दिन पहले कलेक्टर सोनिया मीना पचमढ़ी आई थीं. उन्होंने अंबा माई के आगे सड़क निर्माण सामग्री का कचरा पड़े होने पर संबंधित ठेकेदार को सफाई कराने के निर्देश दिए थे लेकिन ठेकेदार ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया. उल्टा स्कूल प्रबंधन को मौखिक रूप से निर्माण सामग्री उठाकर फेंकने की बात कह दी. स्कूल प्रबंधन ने भी हद कर दी. 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को स्कूल समय में ट्रैक्टर ट्रॉली में लेकर मौके पर भेज दिया. यहां बच्चों ने सीमेंट की खाली बोरियां, निर्माण में उपयोग की गई भारी भरकम सामग्रियां उठाकर टैक्टर ट्रॉली, जिप्सी में डालीं और डंपिंग जोन में निर्माण सामग्री फेंकी.
बच्चों से डेढ़ ट्रॉली माल उठवाया
ये मामला तब सामने आया जब छात्रों द्वारा करवाई गई मेहनत-मजदूरी के फोटो वायरल हो गए. बताया गया कि करीब डेढ़ ट्रॉली से अधिक निर्माण सामग्री बच्चों से फिकवाई गई. इस काम को स्कूल समय में किया गया, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई. वहीं विद्यार्थियों से भारी भरकम काम कराने पर स्कूल के प्रिंसिपल मनीष गुप्ता ने तो शासन से बच्चों को पुरस्कृत करने की अपील तक कर दी.
प्रिंसिपल ने कही ये बात
इस मामले को लेकर प्रिंसिपल ने कहा, '' जो काम ठेकेदार एक साल में नहीं कर पाया वह बच्चों ने एक ही दिन में कर दिया. बच्चों ने स्वच्छता को लेकर योगदान दिया है. आगामी समय में मौखिक की जगह लिखित आदेश लेकर बच्चों से कार्य कराया जाएगा.'' वहीं ओजस क्लब के प्रभारी ने बताया कि स्वप्रेरणा से बच्चों से काम कराया गया, जिससे पचमढ़ी साफ स्वच्छ रहे. 9वीं से 12वीं तक के बच्चों द्वारा यह सफाई चलाई गई.