चित्तौड़गढ़. उपखंड क्षेत्र बेगूं के मंडावरी गांव में उल्टी दस्त के प्रकोप के चलते एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई. इस घटना से प्रशासन में हड़कंप मच गया. उपखंड अधिकारी चिकित्सा विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचीं और उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए. प्रथम दृष्टया फूड प्वाइजनिंग की आशंका जताई जा रही है.
इसके बाद, चिकित्सा विभाग की टीम ने गांव के पेयजल के स्रोत से सैंपल उठाया है. गांव के और भी कुछ महिला, पुरुष और बच्चों के बीमार होने की सूचना है, जिन्हें उप जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर हालत में एक महिला को चित्तौड़गढ़ भेजा गया है, जिसकी मौत हो गई.
मामले को लेकर बेगूं उपखंड अधिकारी मनस्वी नरेश और तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी ने सोमवार दोपहर बाद मण्डावरी गांव में पहुंच कर उल्टी दस्त के प्रकोप और उपचार व्यवस्था की जानकारी ली. संबंधित अधिकारियों को हाथों-हाथ व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए. जानकारी के अनुसार मण्डावरी पंचायत मुख्यालय पर पिछले करीब 15 दिनों से उल्टी दस्त का प्रकोप चल रहा है. उल्टी दस्त से ग्रसित कुछ लोग उप जिला चिकित्सालय बेगूं में भर्ती है तो कुछ को जिला चिकित्सालय चित्तौड़गढ़ रेफर किया गया है. वहीं कुछ बीमार लोगों ने उदयपुर पहुंचकर भी अपना इलाज करवाया. गांव में उल्टी दस्त के प्रकोप के चलते 24 वर्षीय कपिल हरिजन और 65 वर्षीय हिरीबाई रेगर की मौत हो गई है.
इसे भी पढ़ें : अलवर जिले में गर्मी का प्रकोप, 600 पार हो रही अस्पताल की ओपीडी, विशेषज्ञ से सुनें किस तरह करें बचाव - Heat wave in Alwar district
हिरीबाई ने बेगूं से रेफर किए जाने के बाद चित्तौड़गढ़ में दम तोड़ दिया. वहीं कपिल की मौत बेगूं हॉस्पिटल में हुई है. मंडावरी गांव में उल्टी दस्त के प्रकोप से दो लोगों की मौत होने के बाद उपखंड प्रशासन के दखल से चिकित्सा प्रशासन हरकत में आया. सभी विभागों की एक टीम गांव में आई और घर-घर सर्वें किया. शिकायत आने के साथ ही चिकित्सा विभाग की टीम को मौके पर भेजकर सैंपल लिए और सर्वे कराया. हालांकि पीने के पानी के सैंपल लिए गए लेकिन सोमवार को ही किसी खाने के आयोजन की भी जानकारी मिली है. उसके बाद ही उल्टी दस्त की शिकायत शुरू हुई है. तत्काल प्रभाव से चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा उपचार शुरू कर दिया गया और अब स्थिति नियंत्रण में है.