जयपुर. प्रदेश का शिक्षा महकमा डिजिटल युग में आगे बढ़ रहा है. मंगलवार को जहां राजस्थान के सभी 3 हजार 737 महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों शाला दर्पण पोर्टल पर ऑनलाइन लॉटरी निकाली गई. वहीं, अब शाला दर्पण के जरिए शिक्षकों की मॉनिटरिंग भी की जा सकेगी. राजकीय विद्यालयों के सभी कार्मिकों की प्रशिक्षण कार्यों, खेल गतिविधि, चुनाव कार्य, प्रश्न पत्र निर्माण, विज्ञान मेले आदि में लगाई जाने वाली ड्यूटी अब केवल शाला दर्पण के नए मॉड्यूल से लगाई जाएगी. अब कोई भी शिक्षक ऑफलाइन प्रतिनियुक्ति पर नहीं जा सकेगा.
वहीं, मंगलवार को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने स्टाफ ड्यूटी मॉनिटरिंग मॉड्यूल का लोकार्पण किया. विभाग की इस नई पहल के बारे में जानकारी देते हुए शिक्षा मंत्री ने बताया कि अब कार्यालयों से यदि परीक्षा प्रश्न पत्र निर्माण, विज्ञान मेला,खेल गतिविधि, चुनाव कार्य, प्रशिक्षण, शोध कार्य, विधानसभा कार्य, परीक्षा आयोजन, आपदा प्रबंधन, उत्सव, कार्यशाला आयोजन और अन्य कार्यालयों में किसी भी उद्देश्य से किसी भी कार्मिक को अधिकतम 15 दिवस के लिए भेजा जाता है तो संबंधित कार्य का उल्लेख स्टाफ ड्यूटी मॉनिटरिंग मॉड्यूल पर किया जाएगा.
काम की अधिकता होने की स्थिति में मॉड्यूल के माध्यम से ही पूर्व नियत अवधि को अधिकतम 15 दिवस तक बढ़ाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि भविष्य में अल्पकालीन कार्यों के लिए कोई भी आदेश ऑफलाइन जारी नहीं किया जाएगा. शिक्षा विभाग की इस पहल का शिक्षक संगठनों ने भी स्वागत किया है. उनका मानना है कि ये पहल कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता लाएगी और इसे सरल बनाने में सहायक सिद्ध होगी. इससे न सिर्फ शिक्षकों पर मॉनिटरिंग की जा सकेगी, बल्कि कार्मिकों के हितों की भी रक्षा होगी.