कोटा. कांग्रेस के कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल और प्रदेश महासचिव अमीन पठान पर प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण के मुकदमे दर्ज किए हैं. इस संबंध में कांग्रेस पार्टी के नेता शनिवार को मीडिया से रूबरू हुए और उन्होंने इन कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया. प्रदेश महिला कांग्रेस के अध्यक्ष राखी गौतम ने कहा कि 4 जून के बाद जैसे ही मतगणना पूरी होगी. कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर दिखाई देगा और भाजपा के इस राजनीतिक द्वेषतापूर्ण कार्रवाई का विरोध होगा. दोनों नेता जब तक भाजपा में रहे, तब तक इन्हें कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन जैसे ही ये कांग्रेस परिवार में शामिल हुए, बीजेपी के नेताओं ने कार्रवाई करने का प्रयास किया.
उन्होंने कहा कि प्रहलाद गुंजल के क्रेशर के दस्तावेज होने के बाद भी भाजपा जानबूझकर कांग्रेस पदाधिकारी को परेशान कर रही है. उन्होंने किसी भी नेता का नाम लिए बिना कहा कि भाजपा सरकार के नेता और प्रशासन जिस तरह का रवैया अपना रहा है, वह निश्चित ही गलत है. उन्होंने कहा कि केवल 4 तारीख का इंतजार है. उन्हें लग रहा है उनकी जमीन खिसक रही है और कांग्रेस को यहां से बढ़त मिलेगी.
राखी गौतम ने कहा कि चुनाव में भी कार्यकर्ताओं को डराया धमकाया गया और पुलिस कार्यकर्ताओं के घर तक पहुंच गई. किसी के बिल रोक दिए जाते हैं, तो किसी के परिवार को डराया जाता है. इस दौरान पर विधायक सीएल प्रेमी, लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू, बूंदी जिला प्रमुख चंद्रावती कंवर, पूर्व जिला प्रमुख बूंदी महावीर मीणा, कांग्रेस महिला जिला अध्यक्ष शालिनी गौतम व जिला अध्यक्ष विशाल मेवाड़ा सहित कई लोग मौजूद थे.
क्रेशर के सम्पूर्ण दस्तावेज हैं, फिर कैसी कार्रवाई?: कांग्रेस के देहात जिला अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि यह कार्रवाई निंदनीय है. उन्होंने कहा कि भेदभाव पूर्ण तरीके से प्रशासन ने क्रेशर सीज करने की कार्रवाई की है, जबकि क्रेशर शुरू करने से पहले कई विभागों की एनओसी लेनी होती है. इनके पास वैध दस्तावेज हैं. उसके बाद भी उस पर कार्रवाई की जा रही है. भानु प्रताप सिंह ने कहा कि अमीन पठान पर भाजपा में कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन जैसे ही वह कांग्रेस में आए उन पर कार्रवाई होने लगी. उनके फार्महाउस को जबरन अलसुबह तोड़ा गया.
कांग्रेस छोड़कर गए नेताओं पर क्यों नहीं होती कार्रवाई?: इस दौरान प्रदेश प्रवक्ता अनूप ठाकुर ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामले में प्रज्वल रेवन्ना भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को नजर नहीं आ रहे हैं. देश में कई नेता हैं, जो कि कांग्रेस के अन्य राजनीतिक दलों को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं. जिन पर पहले भाजपा भ्रष्टाचार के आरोप लगा दी थी, अब उन्हें क्लीन चिट दी जा रही है. ऐसे नेताओं पर बीजेपी को सख्ती करनी होगी. जबकि टारगेट पर वह नेता हैं, जिन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन की है.