बाड़मेर. राजकीय मेडिकल कॉलेज के जिला अस्पताल में कार्यरत नर्सिंग ऑफिसर अर्जुन जाखड़ ने अस्पताल के वॉर्ड में लावारिस ढाई तोले सोने (तिमणीया) का आभूषण उसके मालिक को लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया है. खोया हुआ सोने तिमणीया (महिलाओं के गले में पहनने जाने वाला) आभूषण वापस मिलने पर मालिक बुजुर्ग राणीदेवी और उनके परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है. परिवारजनों ने नर्सिंग ऑफिसर अर्जुन जाखड़ का आभार जताया.
जिला अस्पताल के फीमेल सर्जिकल वार्ड के इंचार्ज नर्सिंग ऑफिसर अर्जुन जाखड़ ने बताया कि मंगलवार को दिन के समय वॉर्ड में एक व्हीलचेयर पर सोने का आभूषण (तिमणीया) लावारिस स्थिति में पड़ा मिला था. जिसके बाद वॉर्ड में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से इस संबंध में काफी पूछताछ की, लेकिन किसी ने उनका नहीं था. इसके अस्पताल से डिस्चार्ज हुए 4-5 मरीजों से फोन पर इसको लेकर पूछताछ की. उन्होंने बताया कि इस दौरान शोभाला जेतमाल निवासी राणीदेवी (60) पत्नी जेठाराम जाति जाट ने इस आभूषण को अपना बताया.
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जिसके बाद इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक डॉ बीएल मंसूरिया और अस्पताल चौकी पुलिस को इसकी सूचना दी. नर्सिंग ऑफिसर ने बताया कि 30 ग्राम सोने का तिमणीया है जो कि करीब ढाई लाख रुपए का होगा. अस्पताल अधीक्षक डॉ बीएल मंसूरिया ने बताया कि फीमेल सर्जिकल वार्ड के इंचार्ज नर्सिंग ऑफिसर अर्जुन जाखड़ को सोने का तिमणिया मिला था. पुलिस को इस संबंध में जानकारी दी गई थी. पुलिस वेरिफिकेशन के बाद आज पुलिस मौजूदगी में सोने का आभूषण सुपुर्द किया गया. नर्सिंग ऑफिसर अर्जुन जाखड़ ने सोने का आभूषण लौटकर ईमानदारी का परिचय दिया है.