कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) के मामले में चौतरफा घिर गई है. वहीं, विपक्ष भी इसे मुद्दा बनाकर सरकार को जमकर घेर रही है. ऐसे में NTA को सोमवार को फिर नोटिफिकेशन जारी करके अपना स्पष्टीकरण देना पड़ा. एनटीए ने साफ तौर पर कहा है कि जिस तरह से पेपर लीक की धारणा बनाई जा रही है, यह पूरी तरह से गलत है. साथ ही कैंडिडेट को यह सलाह दी गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न देकर अपनी आगे आने वाली परीक्षाओं पर ध्यान दें.
नोटिफिकेशन में ये बताया गया : कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि NTA ने नोटिफिकेशन में बताया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह धारणा बनाई जा रही है कि नीट यूजी का पेपर लीक हो गया है. इसके संबंध में उन्होंने कैंडिडेट, उनके पैरेंट्स, टीचर्स के साथ सभी को सूचित किया है कि यह परीक्षा देश-विदेश के 571 शहरों में 4750 केंद्रों पर सफलतापूर्वक आयोजित हुई है. इसमें 14 विदेशी शहर भी शामिल हैं. एनटीए के सिक्योरिटी प्रोटोकॉल और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर से यह पता चला है कि किसी भी पेपर लीक की ओर इशारा करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट पूरी तरह से निराधार हैं. अफवाहों पर विराम लगाने के लिए यह भी कहा गया है कि प्रत्येक प्रश्न पत्र (क्यूपी) का हिसाब-किताब कर लिया गया है. परीक्षा केंद्रों के गेट बंद होने के बाद, बाहर से किसी को भी हॉल के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं थी, सभी सीसीटीवी निगरानी में थे.
अफवाहों को बताया निराधार : नोटिफिकेशन में एनटीए ने यह भी बताया कि राजस्थान के सवाई माधोपुर में एक केंद्र पर एक घटना हुई थी, जहां कुछ छात्रों ने परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाया था. इसकी एक तस्वीर को पेपर लीक की कथित घटना से जोड़ा जा रहा है, यह शरारतपूर्ण और बेतुका है. परीक्षा शुरू होने के बाद कोई भी बाहरी व्यक्ति या एजेंसी केंद्रों तक नहीं पहुंच सकती. सोशल मीडिया पर प्रसारित प्रश्न पत्र की अन्य सभी तस्वीरों का अभ्यर्थियों को दिए गए प्रश्न पत्र से कोई संबंध नहीं है. इस परीक्षा में संदिग्ध पाए जाने पर अभ्यर्थियों पर सख्त एक्शन भी लिया गया है. इनके अलावा एनटीए अनफेयर मिंस (यूएफएम) के मामलों का पता लगाने के लिए परीक्षा के बाद डेटा एनालिसिस भी करता है. इन यूएफएम मामलों पर कार्रवाई मौजूदा नियमों के अनुसार की जाती है. इसमें कैंडिडेट को परीक्षा से कई सालों के लिए वंचित भी कर दिया जाता है.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के अनुसार इस बार NEET UG में रिकॉर्ड 24 लाख पंजीयन हुआ, जिनमें 10 लाख से अधिक मेल और 13 लाख से अधिक फीमेल कैंडिडेट हैं. कैंडिडेट के लिए एग्जाम सुगम बनाने के लिए पुडुचेरी, जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर के राज्यों के छोटे शहरों में भी केंद्र थे. इस परीक्षा के पूरे ऑपरेशन में 600 से ज्यादा सिटी कोऑर्डिनेटर, 5000 सेंटर सुपरिटेंडेंट 4800 से ज्यादा स्कूल और 1 लाख से ज्यादा स्टाफ शामिल रहा है.