जयपुर. नीट परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर राजधानी में सुबह कांग्रेस और शाम को एनएसयूआई ने प्रदर्शन किया. यहां एनएसयूआई के छात्रों ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से त्रिमूर्ति सर्किल तक मशाल जुलूस निकालते हुए नीट के पेपर को रद्द कर दोबारा कराने और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की. साथ ही अब 24 जून को दिल्ली कूच करने की चेतावनी दी.
बारिश के दौरान कुछ जलती कुछ बुझती मशाल लेकर एनएसयूआई के युवा शुक्रवार को सड़कों पर उतरे. केंद्रीय मंत्रियों पर नीट की परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए एनएसयूआई ने राजस्थान विश्वविद्यालय से त्रिमूर्ति सर्किल तक मशाल जुलूस निकाला. एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ ने कहा कि देश में जो नीट का पेपर हुआ है, उसके विरोध में ये मशाल जुलूस निकाला गया है. उन्होंने मांग की है कि नीट के पेपर को रद्द किया जाए और जल्द से जल्द दोबारा आयोजित कराया जाए. साथ ही जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ सीबीआई की जांच करते हुए कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.
उन्होंने संदेह जताते हुए कहा कि इसमें बीजेपी के बड़े नेता भी लिप्त हैं. क्योंकि करोड़ों रुपए के चेक बीजेपी के नेताओं के घरों से बरामद हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नीट का पेपर ही नहीं बल्कि नेट का पेपर भी आउट हुआ. इस पेपर को देकर एग्जाम सेंटर से बाहर निकलने वाले छात्र और उनके परिवारों पर क्या बीती होगी. जिन्होंने तैयारी के लिए लाखों रुपए खर्च कर दिए और फिर पेपर लीक हो गया. ऐसे छात्र सुसाइड अटेम्प्ट करने जैसे कदम तक उठा लेते हैं.
उन्होंने कहा कि पेपर लीक के विरोध में एनएसयूआई ने राजस्थान में 15 जिलों में आंदोलन कर यही मांग की है कि जब तक नीट का पेपर रद्द कर दोबारा नहीं कराया जाता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान अपना इस्तीफा नहीं देते तब तक एनएसयूआई नहीं रुकेगी. अंतिम सांस तक विद्यार्थियों की लड़ाई लड़ते रहेंगे और अब केंद्र सरकार को जगाने के लिए 24 जून को दिल्ली में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.