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अब हर अंग प्रत्यारोपण के लिए जनरेट करनी होगी डोनर और रिसीवर की यूनिक आईडी, इन कमेटियों का भी होगा पुनर्गठन - Unique ID for organ transplant

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Apr 23, 2024, 6:50 PM IST

अंग प्रत्यारोपण में फर्जी एनओसी के मामले के बाद से ही चिकित्सा महकमा प्रत्यारोपण में पार्दर्शिता के लिए हर स्तर पर सुधार कर रहा है.अब राजस्थान के अस्पतालों में मानव अंग प्रत्यारोपण के लिए डोनर और रिसीवर की यूनिक नोटो-आईडी जनरेट करनी होगी. इस संबंध में अस्पतालों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

Unique ID for organ transplant
Unique ID for organ transplant

जयपुर. प्रदेश के राजकीय एवं निजी अस्पतालों में मानव अंग प्रत्यारोपण में पूरी पारदर्शिता बनी रहे, इसके लिए तकनीकी उपाय सुनिश्चित किए जाएंगे. अब प्रत्येक प्रत्यारोपण के लिए डोनर और रिसीवर की यूनिक नोटो-आईडी जनरेट की जाएगी. इसके बिना प्रत्यारोपण संभव नहीं होगा. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देश पर मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण राजस्थान की समुचित प्राधिकारी डॉ. रश्मि गुप्ता ने इस संबंध में मानव अंगों के प्रत्यारोपण के लिए अधिकृत राजकीय अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों एवं निजी अस्पतालों के प्रबंध निदेशकों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

दिशा-निर्देशों के अनुसार मानव अंग एवं ऊतकों के प्रत्यारोपण के लिए अधिकृत राजकीय और निजी अस्पताल को प्रत्यारोपण के लिए नोटो की वेबसाइट (www.notto.mohfw.gov.in ) पर जाकर अनिवार्य रूप से यूनिक नोटो-आईडी जनरेट करनी होगी. जीवित या मृतक दोनों ही डोनर के अंगों का आंवटन करने के लिए यूनिक आईडी जनरेट करना अनिवार्य होगा. यह आईडी प्रत्यारोपण सर्जरी के 48 घंटों के भीतर जनरेट करनी होगी.

इसे भी पढ़ें-अंग प्रत्यारोपण में फर्जी एनओसी से जुड़ा मामला, चिकित्सा विभाग ने दर्ज कराई एफआईआर - Organ Transplant Fake NOC

इन अस्पतालों के दिए निर्देश : समुचित प्राधिकारी ने यह दिशा-निर्देश सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर, न्यू हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज कोटा, एम्स जोधपुर, माथुरादास माथुर हॉस्पिटल जोधपुर तथा जयपुर के मोनीलेक हॉस्पिटल, अपेक्स हॉस्पिटल, निम्स हॉस्पिटल, नारायण हॉस्पिटल, ईएचसीसी हॉस्पिटल, मणिपाल हॉस्पिटल को जारी किए हैं. साथ ही संतोकबा दुर्लभजी मेमोरियल हॉस्पिटल, सीके बिड़ला हॉस्पिटल, महात्मा गांधी हॉस्पिटल, फोर्टिस हॉस्पिटल एवं उदयपुर के गीतांजलि हॉस्पिटल को जारी किए हैं. इन दिशा-निर्देशों की 2 दिन में पालना कर समुचित प्राधिकारी को सूचित करना होगा.

सोटो का होगा पुनर्गठन : मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण के लिए स्टेट ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांटेशन ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) का पुनर्गठन किया जाएगा. साथ ही सोटो के सुगम कार्य संचालन, प्लानिंग एवं नेशनल ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांट प्रोग्राम की गाइडलाइन के अनुसार गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिए स्टीयरिंग कमेटी का भी पुनर्गठन किया जाएगा. अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा शुभ्रा सिंह के निर्देशों के बाद चिकित्सा शिक्षा आयुक्त ने सोटो एवं स्टीयरिंग कमेटी के पुनर्गठन के लिए सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं. पत्र में कहा गया है कि स्टेट ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांटेशन ऑर्गेनाइजेशन के संयुक्त निदेशक डॉ. अमरजीत मेहता द्वारा अपना त्यागपत्र दे दिया गया है, इसलिए नेशनल ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांट गाइडलाइन के अनुसार सोटो का पुनर्गठन शीघ्र कराया जाए. साथ ही सोटो के सुचारू संचालन के लिए स्टीयरिंग कमेटी का पुनर्गठन भी नियमानुसार कराया जाए.

जयपुर. प्रदेश के राजकीय एवं निजी अस्पतालों में मानव अंग प्रत्यारोपण में पूरी पारदर्शिता बनी रहे, इसके लिए तकनीकी उपाय सुनिश्चित किए जाएंगे. अब प्रत्येक प्रत्यारोपण के लिए डोनर और रिसीवर की यूनिक नोटो-आईडी जनरेट की जाएगी. इसके बिना प्रत्यारोपण संभव नहीं होगा. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देश पर मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण राजस्थान की समुचित प्राधिकारी डॉ. रश्मि गुप्ता ने इस संबंध में मानव अंगों के प्रत्यारोपण के लिए अधिकृत राजकीय अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों एवं निजी अस्पतालों के प्रबंध निदेशकों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

दिशा-निर्देशों के अनुसार मानव अंग एवं ऊतकों के प्रत्यारोपण के लिए अधिकृत राजकीय और निजी अस्पताल को प्रत्यारोपण के लिए नोटो की वेबसाइट (www.notto.mohfw.gov.in ) पर जाकर अनिवार्य रूप से यूनिक नोटो-आईडी जनरेट करनी होगी. जीवित या मृतक दोनों ही डोनर के अंगों का आंवटन करने के लिए यूनिक आईडी जनरेट करना अनिवार्य होगा. यह आईडी प्रत्यारोपण सर्जरी के 48 घंटों के भीतर जनरेट करनी होगी.

इसे भी पढ़ें-अंग प्रत्यारोपण में फर्जी एनओसी से जुड़ा मामला, चिकित्सा विभाग ने दर्ज कराई एफआईआर - Organ Transplant Fake NOC

इन अस्पतालों के दिए निर्देश : समुचित प्राधिकारी ने यह दिशा-निर्देश सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर, न्यू हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज कोटा, एम्स जोधपुर, माथुरादास माथुर हॉस्पिटल जोधपुर तथा जयपुर के मोनीलेक हॉस्पिटल, अपेक्स हॉस्पिटल, निम्स हॉस्पिटल, नारायण हॉस्पिटल, ईएचसीसी हॉस्पिटल, मणिपाल हॉस्पिटल को जारी किए हैं. साथ ही संतोकबा दुर्लभजी मेमोरियल हॉस्पिटल, सीके बिड़ला हॉस्पिटल, महात्मा गांधी हॉस्पिटल, फोर्टिस हॉस्पिटल एवं उदयपुर के गीतांजलि हॉस्पिटल को जारी किए हैं. इन दिशा-निर्देशों की 2 दिन में पालना कर समुचित प्राधिकारी को सूचित करना होगा.

सोटो का होगा पुनर्गठन : मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण के लिए स्टेट ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांटेशन ऑर्गेनाइजेशन (सोटो) का पुनर्गठन किया जाएगा. साथ ही सोटो के सुगम कार्य संचालन, प्लानिंग एवं नेशनल ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांट प्रोग्राम की गाइडलाइन के अनुसार गतिविधियों के क्रियान्वयन के लिए स्टीयरिंग कमेटी का भी पुनर्गठन किया जाएगा. अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा शुभ्रा सिंह के निर्देशों के बाद चिकित्सा शिक्षा आयुक्त ने सोटो एवं स्टीयरिंग कमेटी के पुनर्गठन के लिए सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं. पत्र में कहा गया है कि स्टेट ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांटेशन ऑर्गेनाइजेशन के संयुक्त निदेशक डॉ. अमरजीत मेहता द्वारा अपना त्यागपत्र दे दिया गया है, इसलिए नेशनल ऑर्गन एण्ड टिश्यू ट्रांसप्लांट गाइडलाइन के अनुसार सोटो का पुनर्गठन शीघ्र कराया जाए. साथ ही सोटो के सुचारू संचालन के लिए स्टीयरिंग कमेटी का पुनर्गठन भी नियमानुसार कराया जाए.

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